मस्तुंग जिले में हुए आत्मघाती विस्फोट में सात और लोगों की मौत हो गई है। इससे पहले तक मौत की संख्या 59 थी। विस्फोट के बाद बलूचिस्तान के कई अस्पतालों में उपचाराधीन लोगों को भेजा गया है। इस हमले का निशाना एक मस्जिद था जहां लोग ईद मिलादुन नबी से संबंधित जुलूस के लिए तैयारी कर रहे थे। इस हमले में 9-11 वर्ष के बच्चे भी घायल हो गए हैं। इसके अलावा एक और हमले में पुलिसकर्मी और अन्य लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हुए हैं। इस तरह की हत्याओं के बाद मुख्यमंत्री ने घटना की रिपोर्ट को कार्यवाहक को सौंपा है और एक उच्च स्तरीय सत्र की अध्यक्षता भी की है।
मस्तुंग जिले में हुए आत्मघाती हमले में आठ लोगों की और घायलों की संख्या और बढ़ गई है। इसके बाद भी मौत की संख्या 59 हो गई है। इस हमले के बाद बलूचिस्तान के कई अस्पतालों में घायलों को भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें सभी संभावित उपचारों का प्रदान कर रही हैं। इसी के साथ ही पुलिस ने घटनास्थल की सुरक्षा फोर्स बढ़ाते हुए ख़तरनाक समयों में जगहों की सुरक्षा इंतज़ाम की है।
यह हमला एक मस्जिद के पास हुआ, जो आरामदायक परिवेश में विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अत्यधिक लोकप्रिय है। लोग ईद मिलादुन नबी के शुभ मौके पर जुलूस के लिए तैयारी कर रहे थे। हमले में 9 से 11 वर्ष के बच्चे भी बाल-बाल बच गए हैं। वे विभिन्न अस्पतालों में उपचार के लिए भेजे गए हैं।
दूसरे हमले में सुरक्षा बल के जवानों के अलावा अन्य लोगों की भी मौत हो गई है और अन्य भी कई घायल हो गए हैं। ख़ुद को देश और दरिया के बीच बिटाता हुआ वहाँ के लोगों ने आस्था की उम्मीद में मस्जिद के पास जुते हुए थे। बड़ी संख्या में लोग वहाँ ईद मिलादुन नबी की उपलब्धि पर मार्ग में थे, जिसे आपातकाल के मरम्मत के बावजूद आतंकवादी हमला का निशाना बना। इसी के साथ-साथ सेना या पुलिसकर्मियों की मौत के बारे में अवगत करवाने का भी प्रयत्न किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने हालात का ऊपरी निरीक्षण किया और हालात की रिपोर्ट को कार्यवाहक को सौंपा है। उच्च स्तरीय सत्र की अध्यक्षता भी की जाएगी। यह हमला संतोषजनक नहीं है और सभी संभव कदम उठाए जा रहे हैं ताकि शहीदों को न्याय मिल सके और ऐसी घटनाएं फिर से होने से रोका जा सके।