इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास समूह से हथियार डालने का आह्वान किया है। इसके पीछे नेतन्याहू का मकसद है हमास के आतंकवादी तत्वों को खत्म करना। नेतन्याहू के मुताबिक हमास का अंत निकट है और इस युद्ध से हमास के आतंकवादियों के अंत की शुरुआत हो गई है।
नेतन्याहू ने हमास के प्रमुख याह्या सिनवार को आत्मसमर्पण करने की अपील की है। वह मान्यता देते हैं कि गाजा पट्टी में युद्ध के दो महीने से अधिक समय बित चुका है, जबकि इजराइली सेना ने आत्मसमर्पण करने का सबूत जारी नहीं किया है और हमास ने ऐसे दावों को खारिज किया है।
इजराइली सैनिकों द्वारा गाजा में किए गए सैन्य हमलों के कारण इस क्षेत्र में बदलाव आ गया है। अब अधिकांश हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया है। गजब की बात यह है कि कम से कम 17,997 लोग मारे गए हैं, जिसमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
हालांकि, नेतन्याहू द्वारा हथियार डालने का आह्वान करने के बावजूद, हमास ने इसका जवाब देने से मना कर दिया है। हमास के प्रमुख याह्या सिनवार ने इसमें स्वीकार किया है कि वे अपने आत्मसमर्पण का फैसला नहीं कर सकते। यह इजराइल के लिए एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ खतरों को पहचानने और इसे पूरी तरह से खत्म करने का दावा किया है।
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का यह बयान सामरिक विषयों के रूप में मीडिया में ख़ूब चर्चा उत्पन्न कर रहा है। इस तरह इजराइल और पालेस्टाइन के बीच तनाव बढ़ रहा है। आगामी समय में देखना होगा कि इस अखबारी खबर से कितने लोगों के बीच बहस शुरू होती है।
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