कनिका सिंह, जो पिछले 4 साल से एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट के रूप में काम कर रही हैं, अपने फिल्मी कीड़े के जुनून के कारण चर्चा में हैं। कनिका के पास बॉलीवुड और टीवी की शौकीनों के बारे में विस्तृत जानकारियों की एक पिटारा मौजूद है। उन्हें वेबसाइट पर आने वाले पाठकों की मांग का अच्छा अंदाजा होता है।
कनिका सिंह ने अपने लक्ष्य को स्पष्ट करते हुए कहा, “मैंने जर्नलिस्ट बनने का मकसद इसलिए रखा है कि मैं दुनिया के दिल के करीब रह सकूं।” उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के बारे में जानने की इच्छा होने के कारण, उन्हें यह मौका मिला है कि वे छपताह के द्वारा अपना एक आपक्षीय अनुभव हासिल कर सकें।
इसके अलावा, कनिका सिंह को वेबसाइट पर राजनीति, साहित्य और सामाजिक क्षेत्र से संबंधित लेख भी लिखने का अवसर मिलता है। वे अपना पठनीय अंदाज इस तरह चुनती हैं कि वे उन सभी क्षेत्रों में अधिकतर पाठकों को आकर्षित कर सकें।
बताया गया है कि कनिका को यह अहसास है कि एक अच्छा जर्नलिस्ट होने के लिए उसे अपने पाठकों के मन की बात को महसूस करना आवश्यक होता है। उन्हें खुद को स्थिर रखकर वह पाठकों के लिए कम समय में अच्छा और अद्यतनीक लेख तैयार करने का कठिन कार्य मिलता है।
“मुझे गर्व है कि मैं ‘E-पॉस्टमार्टम’ के साथ जुड़कर आपके साथ अपने ज्ञान और अनुभवों को साझा कर सकूंगी। मेरा शिकार लेख ‘फिल्म कीड़े और मैं’ आप सभी के लिए यहां है, जिसे पठने के बाद आप मुझसे रवाना हो जाएंगे।” इस तरह के उक्ति ने कनिका सिंह की बातों में एक नई ऊर्जा को जगाया है और दिखाता है कि उन्हें लोगों के पसंदीदा लेखक बनने के लिए ऐतिहासिक तैयारी हो रही है।
ई-पोस्टमॉर्टम पर कनिका सिंह की रचना ‘फिल्म कीड़े और मैं’ अगले हफ्ते से पठने के लिए उपलब्ध होगी। इस रचना से पूर्ण होने के बाद, आप हमारी वेबसाइट https://www.e-postmortem.com पर जा कर इसे पढ़ सकते हैं। यह लेख कनिका की अन्य रचनाओं की श्रृंखला में शामिल होगा, जो पाठकों को व्यापक उपयोगी जानकारी प्रदान करेगी।
साथ ही, ई-पोस्टमॉर्टम की टीम ने उनके साथ काम करने का अवसर प्राप्त करके गर्व महसूस किया है और दूसरी सभी पाठकों से अपील की है कि वे इसे इंतजार न करें और अगले पैमाने पर कनिका सिंह की रचनाओं को आगे बढ़ाने में हमारी मदद करें।