डेल्टा कॉर्प की तिमाही का मुनाफा 59 फीसदी घटा
गेमिंग सेवाओं पर नए जीएसटी दरों का प्रभाव
दिसंबर तिमाही में भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी उद्योग में काम करने वाली डेल्टा कॉर्परेशन ने भरी मात्रा में अपने मुनाफे की गिरावट की घोषणा की है। कंपनी के पहले तिमाही का शुद्ध मुनाफा 59 फीसदी घटकर 6.5 करोड़ रुपये हो गया है। इसके पीछे गेमिंग सर्विसेज पर लगाए गए नए जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) दर का प्रभाव बताया जा रहा है।
इससे पहली तिमाही है जब डेल्टा कॉर्प को गेमिंग सेवाओं पर लगाए गए नए जीएसटी दरों का मुनाफे पर इतना बड़ा प्रभाव दिखाई दिया है। इन नए दरों के माध्यम से ग्राहकों के पास बेचे गए क्वॉइन्स पर टैक्स की गणना करनी पड़ी है। कंपनी के सीएफओ ने बताया कि भारत में कैसिनो कारोबार का कोई अवसर नहीं है और वे रियल एस्टेट बिजनेस में कदम रखेंगे। वहीं डिसंबर 2023 तिमाही में कंपनी को रेवेन्यू का 55 फीसदी भाग सिर्फ दिसंबर माह में मिला।
इस तिमाही के लिए कंपनी को अपनी स्ट्रैटेजी पर फिर से विचार करना पड़ा है ताकि ग्राहकों के पास क्वॉइन्स पर टैक्स की गणना करने में कोई दिक्कत ना हो। पिछली तिमाही में डेल्टा कॉर्प का EBITDA (अधिकतम अद्यतन पूर्व सालाना कमाई) मार्जिन 13 फीसदी था, जो इस तिमाही में 24.1 फीसदी पर आ गया है।
कंपनी की सब्सिडियरीज के जीएसटी क्लेम्स हैं
कंपनी की सब्सिडियरीज के जीएसटी क्लेम्स की राशि 23-24 हजार करोड़ रुपये के बराबर है। इसके अलावा कंपनी ने अपनी सब्सिडियरीज में 677 करोड़ रुपये का इक्विटी निवेश किया है जिस पर जीएसटी क्लेम पेंडिंग है। इसमें जीएसटी क्लेम्स के कारण कंपनी को कई अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है।
इस तिमाही में कंपनी ने अपने ग्राहकों को वापस लुभाने के लिए प्रमोशनल ऑफर शुरू किए हैं। इसके परिणामस्वरूप कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ा है। इसके अलावा डेल्टा कॉर्प की मार्केट कैप जीएसटी क्लेम के कारण 6 गुना अधिक है।
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