रूस ने अपने लड़ाकू विमानों की मदद से काला सागर के ऊपर दो ड्रोन को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए हैं। यह घटना एक्सक्लूसिव तरीके से ‘ई-पोस्टमॉर्टेम’ वेबसाइट द्वारा रिपोर्ट की गई है। इन दो ड्रोनों की पहचान एमक्यू-9 रीपर और बायरकटार टीबी-2 के रूप में की गई है।
उत्तरी यूरोपीय यूनियन यूएवी ने अपनी उड़ान की दिशा बदलकर उन क्षेत्रों को छोड़ दिया है, जहां हवाई सर्वेक्षण हो रहा था। रूस ने 17 जुलाई को काला सागर अनाज समझौता छोड़ दिया था, जिसके बाद यह घटनाओं का मानचित्र बदलने लगा है। इस समझौते के बाद से, रूस ने काला सागर में आगे बढ़कर खुद को स्थापित किया है।
इस नए मामले में, रूस ने काफी कड़ी मुश्किल में पड़े यूक्रेन की दो सैन्य नौकाओं को बर्बाद कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जब यूक्रेन ने रूस में घुसकर हमले करना शुरू किया, तब रूस ने विपक्ष करने के लिए अपने विमानों का इस्तेमाल किया है। इस हमले के बाद, रूस को कई हवाई अड्डों को बंद करना पड़ा है।
और इस मामले के चौथे दिन, रूस ने रात में यूक्रेन के चार ड्रोन मार गिराए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, यह ड्रोन रूस के काला सागर में घुसे थे और रोस्या के हमले की वजह से मारे गए। यह एक चौंकाने वाली घटना है, जिससे यूक्रेन को नुकसान पहुंचा है और रूस के कठोर कदमों को देखते हुए, यह सबूत है कि जहाँ जहाँ रूस इच्छा रखता है, वहां वह इस्तेमाल कर सकता है।
‘ई-पोस्टमॉर्टेम’ की द्वारा प्रस्तुत यह रिपोर्ट, उत्पादकता के लिए महत्वपूर्ण सूचनाओं के विस्तारित वर्णन के साथ, उच्च गुणवत्ता और अविश्वसनीय जानकारी प्रदान करती है। यह मामला द्वितीय विश्वयुद्ध का चेतावनी रूप ले सकता है और इसे देशव्यापी खबर बना सकता है। यह एक महत्वपूर्ण और गंभीर मुद्दा है, जिसे हमें जागरूक बनकर इससे मुकाबला करना चाहिए।
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