बैंक ऑफ इंडिया ने अपने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा की है। जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 52% बढ़कर 1,458.43 करोड़ रुपये हो गया है। इसके बावजूद, बैंक के शेयरों में 1.25% की गिरावट आई है और यह स्टॉक 98.85 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। तिमाही के दौरान बैंक की एसेट क्वालिटी में सुधार हुआ है और लेंडर का मार्जिन भी बढ़ा है। ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) रेश्यो 5.84% रहा, जबकि पिछले वर्ष में यह 8.51% था। नेट एनपीए रेश्यो 30 सितंबर 2023 को 1.54% हो गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 1.92% था। बैंक का ग्रॉस एनपीए 30 सितंबर 2023 को 31,719 करोड़ रुपये रहा, जबकि 30 जून 2023 को 34,582 करोड़ रुपये और 30 सितंबर 2022 को 42,014 करोड़ रुपये था। जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक का नेट एनपीए 7,978 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की अवधि में 8,119 करोड़ रुपये था। बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 13% बढ़कर 5,740 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 5,083 करोड़ रुपये थी। इसके बावजूद, तिमाही आधार पर बैंक का NII 3% गिर गया। बैंक की इंटरेस्ट इनकम 14,971 करोड़ रुपये रही, जबकि इंटरेस्ट एक्सपेंडेड 9,231 करोड़ रुपये रहा। इसके साथ ही, बैंक ऑफ इंडिया का नेट इंटरेस्ट मार्जिन 4 बीपीएस बढ़कर 3.08% हो गया है। इसके अलावा, ग्लोबल बिजनेस सितंबर 2023 में 9.25% बढ़कर 12,46,879 करोड़ रुपये हो गया है। ग्लोबल डिपॉजिट सितंबर 2023 में 8.68% बढ़कर 7.03 करोड़ रुपये हो गई।