इजरायल और हमास के बीच तीन महीनों से चल रही युद्ध का नाम अभी तक नहीं लिया जा रहा है। इस युद्ध में अब तक 23,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 60,000 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इजरायल ने दक्षिण लेबनान पर हमला किया, जिसमें हिजबुल्लाह के एक कमांडर की मौत हो गई। इस युद्ध में अब तक 130 से अधिक लड़ाकों की मौत हो चुकी है। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, इजरायल ने सीमा पर बमबारी की शुरुआत हमास के हमले के बाद की थी। इजरायल ने दक्षिणी लेबनान पर भारी मात्रा में गोलीबारी की है। इजरायली गोलीबारी में हिजबुल्लाह के 130 से अधिक लड़ाकों की मौत हो गई है। समाचार अपडेट की जा रही है। हिजबुल्लाह को हथियार मुहैया कराएगा वैगनार ग्रुप, अमेरिकी खुफिया विभाग ने इसका दावा किया है।
यह युद्ध कई महीनों से चल रहा है और इसके अलग-अलग विवादों ने खासकर इजरायल और हमास की तनावपूर्ण संघर्षता को बढ़ाया है। इस नये पहलू में, मौत के मामले और घायलों का आंकड़ा चिंता जनक हो गया है। इस मुश्किल समय में दोनों देशों को संचालित करना मुश्किल हो रहा है।
इजरायल ने अपनी ताकत को दिखाते हुए दक्षिण लेबनान पर भारी आक्रमण किया है। इस हमले में हिजबुल्लाह के एक कमांडर की मौत हो गई है। सीमाओं पर बमबारी से पहले हमास का हमला हुआ था, जिसके बाद इजरायल ने कार्रवाई शुरू की। बिना किसी चेतावनी के, इजरायली सेना ने दक्षिण लेबनान पर भारी गोलीबारी की है और इसके परिणामस्वरूप हिजबुल्लाह के अधिकांश सदस्यों की मौत हो गई है।
इस मजबूत आपातकालीन स्थिति में वैगनार ग्रुप ने हिजबुल्लाह को हथियार मुहैया कराने का दावा किया है। अमेरिकी खुफिया विभाग ने यह दावा किया है कि वे हिजबुल्लाह को तकनीकी सहायता और हथियार प्रदान करेंगे। यह कार्रवाई युद्धी नीति में एक परिवर्तन के रूप में दिख रही है।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध अभी भी तड़प रहा है और सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में और भी क्रोधभरे हमले की संभावना है। सरकारों और दोनों देशों के नेताओं के मुताबिक, इस युद्ध का नाम लिया जाएगा जब किसी सुलह की खबर होगी।
यह बड़े सांकेतिक महत्व वाली खबर है, जिसमें इजरायल और हमास के बीच का मोड़ देखने को मिला है। ये घातक हो सकता है क्योंकि हमारे दोनों देशों के बीच लगातार तनाव चल रहा है। यह बेहद चिंता जनक है क्योंकि इस संघर्ष में अब तक बहुत से लोगों की जान जा चुकी है और अनेकों को घायल कर दिया गया है। यह असंवेदनशील हंगामा है और इसे जल्द ही सुलझाने की कोशिश की जानी चाहिए।
अमेरिकी ताक़तें के बीच मध्यस्थता की संभावना भी बढ़िया पर्याप्त है। इशरायल की सीमा पर बढ़ते हिंसा से बहुत से लोगों को आपत्ति हो रही है और इसे आपस में बात चीत के माध्यम से सुलझाना चाहिए। यह सभी के लिए खतरनाक स्थिति है, इसलिए हमारे तत्पर रहना आवश्यक है और एक नयी क्रीड़ा जैसे कि यह बेनचद्दे युद्ध की खबर से विचलित नहीं होना चाहिए।
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