राजकीय बगड़ीया अस्पताल में नई तकनीक से सफल ऑपरेशन की गई टूटी हड्डी
राजकीय बगड़ीया अस्पताल में सेवाएं प्रदान करने वाले डॉक्टरों ने एक बार फिर मरीज को उम्मीद दिलाई है। रतनगढ़ के गांव नुवां के दीपाराम पुत्र पीथाराम के मुसीबत बढ़ते ही डॉक्टरों ने घूटने से नीचे टूटी पैर की हड़्डी को दोबारा जोड़ने का सिलसिला शुरू किया है।
धनुर्वेद क्षेत्र के प्रख्यात हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. रामरत्न बिस्सू ने इस ऑपरेशन को कराया है। डॉक्टर बिस्सू ने इस बार किसी नई तकनीक का इस्तेमाल किया है जिसकी मदद से हड्डी सही ढंग से जुड़ी जा सकती है। यह तकनीक पहले अहमदाबाद, सीकर और फतेहपुर में भी इस्तेमाल की गई थी, लेकिन वहां के डॉक्टरों को राहत नहीं मिली थी।
रोगी पीथाराम ने अहमदाबाद, सीकर और फतेहपुर के रेलवे अस्पतालों में ऑपरेशन करवाया, लेकिन उसे किसी भी तरह की राहत नहीं मिली। उसकी चिकित्सा गतिविधियों के बाद पता चला कि इस बारे में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टरों की सलाह पर जाकर रविवार को उसने बगड़ीया अस्पताल में शरण ली थी।
बगड़ीया अस्पताल में रोगी को इलिजारोव तकनीक के जरिए ऑपरेशन किया गया है। पैर की टूटी हड़्डी को ठीक ढंग से जोड़ा गया है और इसके लिए पांच सेंटीमीटर की हड़्डी को बढ़ाया गया है। इसके साथ ही एक सेंटीमीटर की अन्य जगह से हड्डी लोड ली गई है। डॉक्टर बिस्सू ने बताया कि अब रोगी पूरी तरह स्वस्थ हैं और चलने-फिरने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।
इसे पढ़ें: https://www.e-postmortem.com/राजकीय-अस्पताल-में-नई-तकनीक-से-सफल-ऑपरेशन-की-गई-टूटी-हड़्डी
“Prone to fits of apathy. Devoted music geek. Troublemaker. Typical analyst. Alcohol practitioner. Food junkie. Passionate tv fan. Web expert.”