शामली जिले में मलेरिया के चार नए केस सामने आए हैं। मलेरिया के कुल 69 केस हो गए हैं। जबकि जिले में अब तक 32 डेंगू के केस सामने आ चुके हैं। शामली जिले में मोनसून के बीत जाने के साथ ही ठंड बढ़ रही है, लेकिन मच्छरों के डंक में कमजोरी नहीं दिखाई दे रही है। मामलों के और डंडे रखने के बावजूद भी मच्छरों का प्रकोप जारी है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के अनुसार, पिछले साल मलेरिया के केस 91 और डेंगू के केस 92 थे। शरीरवरचीन बीमारी के लाक्षणों में सर्दी, जुकाम और खांसी के बढ़ते मरीजों के साथ-साथ मच्छरों के काटने की वजह से बुखार के केस भी बढ़ रहे हैं। इसलिए, लोगों को मच्छरों से बचने के तरीके अपनाने की सलाह दी जा रही है।
मच्छरों के काटने से बचाव हेतु रात में मच्छरदानी का प्रयोग करें और शरीर को ढकने वाले पूरी बाजू के कपड़े पहनें। घर में नमी को खत्म करने के लिए दिन में खिड़की-दरवाजे खुले रखें और घर और आसपास की साफ-सफाई पर ध्यान दें। जलभराव न होने दे और उसमें कीटनाशक दवा का छिड़काव करें। अगर बुखार होने का संकेत मिले तो चिकित्सक की सलाह लें और जांच-उपचार कराएं।
मच्छरों के वाजिबाती छूट से पीड़ित लोग इन समस्याओं से निजात पाने के लिए अच्छी तरह से सजग रहने की सलाह दे रहे हैं। बीमारी से बचने के लिए बचाव के उपायों का पालन करें और स्वच्छता का ध्यान रखें।
शामली जिले में ठंड बढ़ी है, लेकिन जैसा कि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से पता चलता है, मच्छरों के डंक से मलेरिया और डेंगू के केसों में कोई कमी नहीं आई है। इसलिए, लोगों को होने वाली बीमारियों से सतर्क रहना चाहिए और उन्हें अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए।
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