उत्तरकाशी के एक सिलक्यारा सुरंग में 41 मजदूरों को 17 दिन तक फंसे रहना पड़ा। इस दुर्घटना में इनमें से एक थे अखिलेश कुमार, जिन्होंने शुक्रवार को अपने परिजनों के पास पहुंचा। उनके पहुंचते ही उनके परिवार और गांव में खुशी का माहौल छा गया।
उत्तराखंड सरकार ने इस मुश्किल समय में सिलक्यारा सुरंग में फंसे सभी मजदूरों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है। हर एक मजदूर को इकठ्ठे आए लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इससे पहले ओडिशा सरकार ने भी ओडिशा के मजदूरों को 2 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया था।
मजदूरों ने बताया कि जब रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था तब उनके पास खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं थी। वे बिना भोजन के 17 दिन अंधियारे में फंसे रहे। सिलक्यारा सुरंग से सुरक्षित निकलने वाली इन मजदूरों की हर तरफ से तारीफ हो रही है। उन्हें बहादुरी की मिसाल माना जा रहा है और अलग-अलग राज्यों के लोग जो इस रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम में थे, उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस दुर्घटना की चर्चा की और उन्होंने रैट-होल माइनर्स से मुलाकात भी की। उन्होंने इन मजदूरों के साथ मुद्दा चर्चा करके उनकी मुसीबतों को सुना और उन्हें सहायता का आश्वासन दिया है।
सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों के बारे में ताजगी के साथ हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी बहादुरी और संघर्ष से हमेशा प्रेरित होते रहेंगे। मजदूरों को सरकार द्वारा दी जा रही आर्थिक सहायता अपने भविष्य में स्थिरता लाएगी और उन्हें आत्मविश्वास देगी।
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