राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड और कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट के विलय की मंजूरी दे दी। इस विलय के बाद जी एंटरटेनमेंट के शेयर में 16% की वृद्धि देखी गई है। इस विलय के बाद ये दोनों कंपनियाँ साथ मिलकर भारत की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी बन गई हैं। एनसीएलटी ने इस विलय से पहले कई कर्जदाताओं की दलीलें सुनी और उनकी आपत्तियों को खारिज कर दिया है।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पहली तिमाही में 53.42 करोड़ रुपये का घाटा देखा गया है। इसके बावजूद, कंपनी के चालू वित्त वर्ष में कुल आय 6.46% बढ़कर 1,998.26 करोड़ रुपये हुई है। जून तिमाही में कंपनी के कुल खर्च 16.5% बढ़कर 1,926.97 करोड़ रुपये रहे हैं।
इस विलय के साथ ही, जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड अपने मार्केट में स्थिरता बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इसके बाद से कंपनी की सार्वजनिकता और ब्रांड वैल्यू भी मजबूती से बढ़ा है।
इस मंजूरी ने बाजार में खूब चर्चा का विषय बना दिया है। विशेषज्ञ लोगों के मुताबिक, यह विलय मीडिया उद्योग में बड़ी बदलाव ला सकती है। इसे देखते हुए, अनुमान किया जा रहा है कि अब दोनों कंपनियों के बीच संयुक्त समय में खास पार्टनरशिप होगी जिससे उनकी संचालन व्यवस्था एवं न्यूज़ कवरेज में सुधार हो सकता है।
इस विलय का प्रभाव मीडिया के साथ ही यंत्रणा उद्योग पर भी दिख रहा है। एनसीएलटी द्वारा दी गई मंजूरी के बाद कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट के शेयर भी मेंटर छू गए हैं। कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्रकाशन उद्योग में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाने के लिए यशस्वी रही है। यह विलय इस उद्योग को मजबूती और स्थिरता प्रदान करने की आशा जगा रही है।
इसके अलावा, एनसीएलटी द्वारा संयुक्त एंटरटेनमेंट एंड मीडिया कंपनी की योजना भी उजागर हुई है। इन घोषणाओं के बाद संदेह की गाथा ऊपर उठी है कि इस संयुक्त कंपनी की योजना स्थगित की जा सकती है।
अब बस यही देखा जा रहा है कि इस विलय के बाद दोनों कंपनीयों में कैसे सुधार होता है और क्या वे इस नए महानगरीयता युग में अपनी पहचान बना पाती हैं। इस विषय पर अपडेट रहने के लिए हमारी वेबसाइट ‘E-Postmortem’ पर जांच करें।
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