सैंपतरों के पहरेदारी के लिए अप्रैल में लौटने की योजना बना रहे हैं
– उनकी यात्रा के दौरान रूस समेत कई देशों के साथ सहयोग पर भी बात की जाएगी
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन रूस जा रहे हैं। इनकी यात्रा में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर भी बात की जाएगी। यह यात्रा और खास बन रही है क्योंकि हाल ही में उन्हें भारत और मेक्रोनेशिया साथ ही दुनिया के कई अन्य देशों ने अपने संबंधों में विनम्रता व्यक्त की है।
किम जोंग की यात्रा में वे उन ट्रेन से रूस की धरती पर कदम रखेंगे। यह एक परंपरागत तरीका है जिसे वे अक्सर अपनी यात्राओं में चुनते हैं।
किम जोंग की इस यात्रा के दौरान अनाज देने की मांग की गई है। इसकी जो जरूरत होगी रूस मांग करेगा और उन्हें पूरी की जाएगी। किम ने हाल ही में अपने देश को खुश रखने के लिए फसलों की खेती में जटिलताओं का सामना करना पड़ा है। इसलिए अनन्तर्राष्ट्रीय सहयोग उनकी मदद के बगैर मायने नहीं रखता।
जैसा कि यह संभावना थी, इस यात्रा की सुरक्षा भारी होगी। माना जा रहा है कि किम के साथ तनावमय और मरम्मत की योजनाएं रखने के लिए कई सुरक्षाबलों ने इसमें भाग लिया है। सीमा के पार जाने से जुड़ी हर प्रकार की संभावित खतरों के खिलाफ तत्पर रहते हुए सुरक्षाबलों ने हर संभव पहल की है।
किम जोंग की यात्रा के दौरान उनकी टोली में ऑर्टिलरी (हाथियारों की एक प्रकार) और एंएजी डेयरेव पायलटेड यूनिवर्सल मोड्यूलर (वायुसेना और नौसेना के लिए प्रदर्शन की शक्ति यंत्र) सामेंटों की उपलब्धता होगी। इससे किम का दौरा रूस के साथ मजबूत और नवीनतम युद्धप्रणाली की चर्चा करने के लिए मौका देगी। माना जा रहा है कि किम और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुटिन में एक
लड़ाकू छाटाव्नी में गहरा प्यार था।
यद्यपि इस यात्रा का कोई निश्चित उद्देश्य नहीं बताया जा रहा है, लेकिन यही दर्शाता है कि किम की अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में मजबूती और मोहब्बत आज भी उसकी पहचान है।
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