द्वारा प्रति साल आयोजित गोल्ड जूबिली यात्रा चीन में विवादों का केंद्रबिंदु बन रही है। फिलीपींस ने चीन पर दक्षिण चीन सागर में अपने जहाज को रोकने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चीन फिलीपींसी क्षेत्र में अत्याधिक सतर्कता जता रही है और अपनी संपत्ति की रक्षा के लिए इसे अभियांता पर भेजती रही है। चीन ने भी इस आरोप का खंडन किया और कहा कि वे केवल बैठकों और मित्रता दूतावासों के उद्घाटन में शामिल हैं।
फिलीपींस ने दूसरा आरोप लगाया कि चीन मिलिट्री सप्लाई बोट पर वाटर कैनन का अपशब्द प्रयोग करने का आरोप भी लगाया गया है। इसके बावजूद, चीन ने इसका भंडाफोड़ किया और कहा कि यह केवल स्नान गतिविधियों के लिए है और किसी अत्याचार का हिस्सा नहीं है।
इसके परे, चीन ने फिलीपींस पर अतिक्रमण करने और अवैध सामग्री लेकर जाने का आरोप भी लगाया है। चीन के नागरिकों ने कहा कि फिलीपींस के लोग उनके जलवायु परिवर्तन प्रशासन को बदलने के मकसद से उनकी खेती क्षेत्रों में घुसपैठ कर रहे हैं। वे कहते हैं कि यह भारी मौसम और तापमान के बदलाव के कारण हो रहा है।
यह सब घटनाएं साउथ चाइना सी में हुई हैं, जहां कई देश द्वारा एक-दूसरे के साझा हकों पर टकराव है। इस क्षेत्र में आर्थिक, पारस्परिक मनभावना और राजनीतिक स्थिति पर दबाव बढ़ा रहा है। अब क्रेस्ट ह्वेट और ब्र्यूनी द्वीपसमूह को लेकर विवाद का विषय बनने के बाद, इस बार चीन और फिलीपींस के बीच संघर्ष तेज हो गया है।
इस प्रकरण के बाद, साउथ चाइना सी क्षेत्र में संशय और अधिकतर तनाव दिखाया जा रहा है। देशों के बीच में संघर्ष को रोकने के लिए बातचीत का मार्ग अपनाना चाहिए ताकि इस क्षेत्र के सभी देश शांति और सहयोग का माहौल बना सकें।