E-Postmortem में नयी डिजिटल सेवा के तहत ब्रिटेन में पैदा हुए मौलाना अंजेम चौधरी के खिलाफ अतंकवाद का केस दर्ज किया गया है।
मौलाना अंजेम चौधरी को ये आरोप लगाए गए हैं की वे अपने संगठन से जुड़ने, संगठन का समर्थन करने, और उसकी जड़ों को मजबूत करने का काम कर रहे थे। उन्हें एक प्रतिबंधित संगठन की सदस्यता लेने और अतंकवादी संगठन को निर्देश देने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है। चौधरी को शनिवार को लंदन के अदालत में पेश किया जाने की संभावना है। यही वो पहली बार नहीं है जब उन्हें आतंकवाद से संबंधित अपराधों के आरोपी ठहराया गया है।
पुलिस ने ब्रिटेन में एक प्रतिबंधित संगठन की सदस्यता लेने, उसका समर्थन करने के लिए बैठकों को संबोधित करने और एक आतंकवादी संगठन को निर्देश देने के आपर्ण में चौधरी को गिरफ़्तार किया है। चौधरी को हिरासत में रखा गया है और उन्हें 24 जुलाई तक हिरासत में रखने की मंजूरी मिली है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, चौधरी ने ब्रिटिश शाही परिवार के आधिकारिक निवास बकिंघम पैलेस को मस्जिद में बदलने की बात की थी। यह तब की बात है जब दुनिया में कोविड-19 के कारण संगठनों को अंतर्राष्ट्रीय यात्रा पर रोक लगी हुई थी।
मौलाना अंजेम चौधरी पहले से ही कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े हैं। उन्हें पहले से ही एक प्रतिबंधित इस्लामी समूह अल मुहाजिरौन में शामिल किया गया है। 2018 में भी चौधरी को जेल से मुक्ति मिली थी, जहां उन्हें कट्टरपंथी उपदेश देने और इस्लामिक स्टेट का समर्थन करने के आरोपी ठहराया गया था।
E-Postmortem नेटवर्क उपयोगकर्ताओं को सर्वोत्तम समाचार और ताजा घटनाओं की जानकारी प्रदान करता है। ऑनलाइन समाचार पोर्टल ब्रिटेन में अतंकवाद के मामले में कथित एक कट्टरपंथी खिलाफ ब्रिटिश पुलिस द्वारा केस तथा गिरफ्तारी के बारे में समाचार प्रकाशित किया है। उम्मीद है की रेडर्स को यह समाचार पसंद आयेगी और वे इसका लाभ उठाकर सूचना प्राप्त करेंगे।
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