अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा और इटली के नेताओं ने हमास के खिलाफ इजरायल के अधिकार का समर्थन किया। इस मुद्दे पर इन नेताओं ने एक साझा बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने इजरायल के अधिकारों का पालन करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी अपील की है। हमास के आतंकवादियों द्वारा भारी हथियारों की सहायता से इजरायल पर हमलों की घटनाओं के बाद से संघर्ष जारी है। इस पर इजरायल ने अपने अधिकार की रक्षा करने के लिए हमास के खिलाफ कार्रवाई की है।
इन नेताओं ने शनिवार को दो अमेरिकी बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हुए बाकी बंधकों को भी जल्द छोड़ने की अपील की है। वे गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने की घोषणा की है और इसके लिए समन्वय करने की प्रतिबद्धता जताई हैं। इसके अलावा, नेताओं ने क्षेत्र में संघर्ष को रोकने और राजनीतिक समाधान की दिशा में काम करने के लिए सहयोग की प्रतिबद्धता जताई है।
इस मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति जो भारतीय मूल के हैं, ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बाज़ार बात कर इस मुद्दे पर बातचीत की है। उन्होंने गाजा में मानवीय सहायता लेकर जा रहे दो काफिलों के प्रवेश का स्वागत किया है। उन्होंने इस मामले में नेत्यान्याहू की पहल में प्रशंसा की है और इसे पूरी तरह समर्थन किया है।
आगामी दिनों में इन नेताओं की टीमें गाजा में मानवीय सहायता की तैयारी करेंगी और उसके लिए आवश्यक समन्वय करेंगी। इन नेताओं ने गाजा में मानवीय सहायता का निरंतर प्रवाह सुनिश्चित करने की सहमति जताई है। यह सेना को और नागरिकों को मदद पहुंचाने के लिए प्रक्रिया में सुधार लाएगा जिससे यह संघर्ष तेरह के दोरान खत्म हो सके।
इन विश्वासघाती कार्रवाइयों के समर्थन में इन नेताओं ही नहीं, बल्कि इन देशों की काउंटरपार्टी भी उतरी हैं। वे इजरायल के खिलाफ हमास की धमकी करते हुए देश की रक्षा की भूमिका निभा रहे हैं। इसे देखते हुए यह नकारात्मक खबर उन लोगों में रौशनी बिखेरेगी जो इजरायल के अधिकार के पक्ष में खड़े हैं।
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