चिकन पॉक्स के नए प्रकार की खोज की गई है और इसे ‘क्लैड 9’ कहा जाता है। वैरिसेला ज़ोस्टर वायरस भारत में फैल रहा है। इसलिए अगर आपने इसे पहले कभी नहीं देखा है तो आपको इसके लक्षणों के बारे में जानने की जरूरत है।
चिकन पॉक्स के लक्षण तुरंत सामने नहीं आते हैं, बल्कि कुछ सप्ताह बाद दिखाई देते हैं। ये लक्षण छाती, चेहरे और पूरे शरीर पर दानों के रूप में दिखाई देते हैं। इन दानों की वजह से शरीर में खुजली होती है और बुखार, दर्द और कमजोरी का अनुभव होता है।
चिकन पॉक्स का संक्रमण दो से तीन सप्ताह तक रहता है। इसलिए इससे बचने के लिए टीकाकरण एक महत्वपूर्ण विकल्प है। साथ ही, संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखना और हाथ धोना बहुत महत्वपूर्ण है। खांसते और छींकते समय मुंह ढक लेना भी आवश्यक है।
इसलिए, चिकन पॉक्स के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर इसे समय रहते पहचाना जाए, तो उचित उपचार से संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है।
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