मेनोपॉज: महिलाओं के स्वास्थ्य पर एक बड़ा परिवर्तन
महिलाओं के लिए मेनोपॉज एक प्राकृतिक घटना है जो आमतौर पर 45 साल के बाद होती है। हालांकि, कुछ महिलाओं में यह 40 साल की उम्र से पहले हो जाता है, जिसे प्रीमेच्योर मेनोपॉज कहा जाता है। इसके कारण हो सकते हैं जेनेटिक फैक्टर्स, आयरन डिफीशेंसी, ऑटोइम्यून डिसऑर्डर, कीमोथेरेपी और सर्जरी।
प्रीमेच्योर मेनोपॉज से गुजर रही महिलाएं किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह लेने की सलाह देती हैं। हालांकि, हर्मोन थेरेपी और लाइफस्टाइल में बदलाव करने से इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है।
प्रीमेच्योर मेनोपॉज की वजह से इंफर्टिलिटी, हार्ट हेल्थ और बोन हेल्थ समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, महिलाओं को इस अवस्था के लक्षणों को ध्यान में रखना और समय रहते उपचार शुरू करना आवश्यक है।
इसे नजरअंदाज करने से इस एक नए चरण में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए खतरे का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, स्वास्थ्य परिचारकों का कहना है कि हर महिला को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए नियमित चेकअप करवाना चाहिए।