अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नई ब्याज दर की घोषणा के बाद थोड़ी चिंता है क्योंकि कोर इंफ्लेशन की दर अभी भी फेड के लक्ष्य से ऊपर है। इस फैसले का मतलब है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने दूसरी बार यह ऐलान किया है कि उन्हें शुरुआती बायोर रेट पर पुनर्स्थापित करने की आवश्यकता नहीं है। इस फैसले का अर्थिक गतिविधियों और जॉब मार्केट की ग्रोथ के मजबूत होने के समय में किया गया है। हालांकि, महंगाई की दर अभी भी फेड के लक्ष्य से ऊपर है, इसलिए इस विषय पर एक नजर रखना एक महत्वपूर्ण बात है। फेडरल रिजर्व की कमिटी ने प्रमुख ब्याज दर को 5.25% – 5.5% के बीच की सीमा में रखने का फैसला किया है। इस साल से पहले, ब्याज दरों में 11 बार बढ़ोतरी की गई है, जिसमें से 4 बढ़ोतरी 2023 में हुई है। फेड के बयान में तीसरी तिमाही में अमेरिकी आर्थिक गतिविधियों का विस्तार मजबूत गति से हुआ है। इसके बावजूद, रोजगार से जुड़ा लाभ कम हो गया है, लेकिन अभी भी मजबूत है। सितंबर तिमाही में अमेरिकी जीडीपी में 4.9% की ग्रोथ दर्ज की गई है, जो उम्मीदों से अधिक है। कोर इंफ्लेशन की दर वर्तमान में 3.7% है, जो कोर इंफ्लेशन में कुछ कमी का संकेत देती है, लेकिन अभी भी फेड के लक्ष्य से ऊपर है। इसलिए, रिजर्व बैंक आवश्यकताओं के आधार पर अपने दायरे को समय-समय पर बदलता रहेगा।
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