‘ई-पोस्टमॉर्टेम’ वेबसाइट के लिए खबर आर्टिकल:
मुम्बई: भव्य राम मंदिर के निर्माण के बाद उद्घाटन की तिथि तय कर दी गई है। मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को होगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। लोगों को यह समाचार बहुत खुशी दे रही है।
इससे पहले ही विपक्ष ने इस बिंदु पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद ने इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री को बुलाने की जरूरत पर सवाल उठाया है। कमलनाथ, मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने राम मंदिर को हमारे सनातन धर्म का महत्वपूर्ण प्रतीक बताया है।
इसके साथ ही डीएमके नेता टीकेएस एलनगोवन ने राम का जन्म मिथक होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि राम मूर्ति लाने की बात कहा जा रही है लेकिन राम का जन्म मिथक है। इस बात पर टिप्पणी करने वाले शिवसेना नेता संजय राउत ने पीएम मोदी को इसके बारे में सवाल उठाया है।
श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने भी इस सवाल पर प्रतिक्रिया दी है। ट्रस्ट ने पीएम को उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया है और पीएम ने इसे स्वीकार कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर हमारी धार्मिक संस्कृति का अभिप्रेत द्वार है। प्रधानमंत्री के दबाव में किसी को भी खतरा नहीं होगा।
इसके अलावा, मोदी सरकार ने आयोजित किए जाने वाले उद्घाटन की तैयारियों के लिए 6,000 करोड़ रुपये की राशि अलाग कर दी है। यह पूरी घटना सुरक्षा के साथ होगी और स्थानीय लोगों की हिम्मत बढ़ाने के लिए उन्हे इसके लिए एक लाइन प्लेटफ़ॉर्म और गोले बैरेला अवसर्ीयता भी प्रदान की जाएगी।
इस निर्माण कार्यक्रम के मौके पर राम मंदिर, उसका महत्व और उसकी विवादित चर्चाओं के माध्यम से लोगों को संबोधित किया जाएगा। प्रधानमंत्री के प्रदर्शन की पूजा की जाएगी एवं उनके साथी देशवासियों की बड़ी तादाद मौजूद रहेगी।
निशानित किया जाएगा कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह से वे जुड़े हुए हैं। इससे स्पष्ट हो रहा है कि सरकारी अधिकारियों, सुरक्षा दलों और स्थानीय लोगों के बीच उचित संवाद बनाए जाएंगे।
नजदीकी स्रोत ने दावा किया है कि बिना ऑनलाइन नोटिस के या उचित कागजात के बिना, इस प्रकार के मनोरंजन कार्यक्रम की अनुमति नहीं होती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की जनतांत्रिक उत्साह आबू, कोविड-19 के बावजूद, एक हरियाणा जत्थे की कैवलियां और लक्ष्मण खेड़िया के बैनर में भी होगी।
मामले में प्रधानमंत्री को स्वीकार्य अनुदान की मांग करते हुए, एक अधिकारी ने बताया, “सरकार ने 6000 करोड़ रुपये अवांछित आर्थिक सहायता के तौर पर इस उद्घाटन के लिए एक खाता बैठा दिया है, जो कि विशेष रूप से राम मंदिर के संगठन के लिए होगा। इसका मतलब होता है कि आपकी सभी आवश्यकताएं पूरी की जाएंगी।”
यह घटना देशव्यापी महत्वपूर्ण मानी जा रही है और राष्ट्रीय सुरक्षा पर्योजना अधिनियम के तहत, केंद्रीय सुरक्षा प्राधिकारियों की स्थिति में भी बेहतरी की जा रही है। ग्रामीण इलाकों में सेना को भी आपात संदर्भों के लिए तत्पर रखा गया है।
इस महोत्सव से संबंधित सभी तारीखें और विवरण शीघ्र ही जारी किए जाएंगे। लोग अब उत्साह से इस पूरे कार्यक्रम का इंतजार कर रहे हैं।
इस रिपोर्ट को लिखा गया है और दिखाने का अधिकार ‘ई-पोस्टमॉर्टेम’ वेबसाइट के पास सुरक्षित है। इस रिपोर्ट के स्रोत का नाम नहीं प्रकट होगा।
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