लीबिया एक आपदा की कतार में है। इतिहास में पहली बार लीबिया ने इस कठिनाई का सामना किया है। डेनियल तूफान और बाढ़ के कारण यहां तबाही मच गई है।
बाढ़ के कारण लीबिया शहर डेरना का एक बड़ा हिस्सा दूसरी जगह बह गया है। इससे करीब 20 हजार लोगों की मौत हो गई है। डेरना शहर में लाशों की सड़कों पर बिखरी हुई हैं और मुर्दाघरों में जगह कम पड़ गई है। जबकि अब उनकी लाशों को कब्रों में दफनाया जा रहा है।
जो लोग बाढ़ से बच गए हैं, उन्होंने कहा है की दर्जनों लोग सामूहिक रूप से लोगों को दफनाने का कहा है। हज़ारों लोग अभी भी लापता हैं और समंदर उनकी लाशें किनारे पर छोड़ रहा है। लोग अपने प्रियजनों को ढूंढ़ने की कोशिश में लगे हुए हैं।
डेरना शहर में ज्यादा नुकसान के कारण हालात तबाह हो गए हैं। बाढ़ के बाद जो बांध टूटे हैं, उन्हें “मौत का बांध” कहा जा रहा है। इसके अलावा, हवा में लाशों की तेज़ गंध महसूस हो रही है। आपदा की तस्वीरें बड़े पैमाने पर सामने आ रही हैं, जहां मलबे, जर्जर हो चुकी कारें और बर्बाद सड़कें देखी जा सकती हैं। अभी भी बचे हुए लोगों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
लीबिया इस वक्त अपनी इतिहास की सबसे ख़तरनाक आपदा का सामना कर रहा है। डेनियल तूफान और बाढ़ द्वारा ऐसा नुकसान हुआ है कि इसे देखकर दिल काँप जाएगा। लोगों ने इमारतों और सड़कों को सुराग लगाते हुए अपनी जान बचाने की कोशिश की है, लेकिन कुछ तो बाढ़ की चपेट में आ गए। आशा की जा रही है कि घायलों की जल्द ही सेहत उचित हो और ज्यादा और बचे हुए लोग न हों।
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