बेंगलुरु: विपक्ष द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एकजुट होने की कोशिश की जा रही है। इस प्रयास का एक अहम हिस्सा बनती है बेंगलुरु में आयोजित होने वाली विपक्षी दलों की दूसरी महाबैठक। इस महाबैठक में इस दौरान ध्यान द्वारा अनुसंधान की जाएगी।
इस बैठक में बहुत से मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। विपक्षी दलों ने इस बार संयोजक, सीट वितरण और गठबंधन पर विचार-विमर्श का आयोजन किया है। इसके लिए बेंगलुरु के फाइव स्टार होटल का चयन किया गया है, जहां पार्टियों को आसानी से जुटा होने का मौका मिलेगा। इस महाबैठक में शामिल होने के लिए 26 पार्टियां तैयार हैं।
यह महाबैठक देश के मुख्यमंत्रियों और प्रमुख नेताओं के बीच एक समारोह का रूप ले सकती है। नीतीश कुमार, लालू यादव, तेजस्वी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, संजय सिंह और राघव चड्ढा जैसे देश के विभिन्न राजनैतिक गुरुओं की उपस्थिति के आसार हैं।
इस महाबैठक का मुख्य उद्देश्य एकता और गठबंधन की बढ़ावा देने का है। विपक्ष दलें एक-दूसरे के साथ संगठित रूप से काम करके लोकसभा चुनाव 2024 में सकारात्मक परिणाम हासिल करने का लक्ष्य रख रही हैं। इसके अलावा, सीट वितरण पर गतिरोधों को हल करने और ताकतवर नेताओं को मिलकर संघर्ष करने का कार्यक्रम भी इस महाबैठक में डिस्कस किया जाएगा।
यह महाबैठक विपक्षवादी दलों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है, जो विपक्ष में एकता को बढ़ावा देगी और मोदी सरकार के खिलाफ एक वक्तव्य की पेशकश करेगी। यह एक सामरिक और रणनीतिक प्रतिरोध भी प्रदान कर सकती है, जिससे कि विपक्ष चुनावों में मोदी सरकार के पास आगे जाने के लिए आवश्यक रणनीति का विकास कर सकें।
यह विपक्षी दलों के लिए एक महत्वपूर्ण दौर का किया जा सकता है, जिसमें वे देश की राजनीति को प्रभावित करने के लिए संगठित रूप में मिल सकते हैं। E-Postmortem वेबसाइट पर आपको ताजगी से अपडेट किया जायेगा।