चेस वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय चेस प्लेयर आर प्रज्ञानंदा ने फाइनल में हार का सामना किया है, लेकिन उन्हें रनरअप की पदक मिली। इसके साथ ही उन्हें 80 हजार यूएस डॉलर यानी 66 लाख रुपए की धनराशि भी दी गई है। इसी के बराबर विजेता और वर्ल्ड नंबर-1 चेस प्लेयर मैग्नस कार्लसन को 110 हजार यूएस डॉलर यानी 91 लाख रुपए की धनराशि दी गई है। यह खबर चेस पसंदों के लिए अनुभव से गुजर रही है, क्योंकि इन दो खिलाड़ियों के बीच मुकाबला काफी मजेदार और रोमांचकारी था।
भारत में चेस के फिदे वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला खेलने वाले दो दिग्गज खिलाड़ियों को एकदिवसीय स्वर्ण युग में देखने का आनंद मिला। विश्वनाथन आनंद और आर प्रज्ञानंदा ने भारत का मान बढ़ाया है और अपने खेल कौशल के माध्यम से देश का प्रतिष्ठान बढ़ाया है। यह बात खासकर इसलिए खुशी की है क्योंकि प्रज्ञानंदा चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी भी हैं।
फाइनल मुकाबला 3 दिनों तक चला, जिसमें ड्रॉ और टाईब्रेकर राउंड खेले गए। दरअसल, टाईब्रेकर में मैच हासिल करने के बाद विजेता मैग्नस कार्लसन ने अपने अद्वितीय खेल के माध्यम से खिताब जीत लिया है। यह उनके लिए एक बड़ा उपलब्धि है और उन्हें इसके लिए सभी बधाई देनी चाहिए।
चेस वर्ल्ड कप 2023 में हार का एक संदर्भ यह भी है कि वर्ल्ड नंबर-1 चेस प्लेयर मैग्नस कार्लसन को इस धनराशि के बदले खिताब मिला है। यह उनकी पक्की जीत है और दुनिया भर के चेस प्रेमियों के लिए खुशी का कारण बनी है।
अभी आर प्रज्ञानंदा और मैग्नस कार्लसन के बीच चेस वर्ल्ड कप की जीत का उल्लेख कम गिनती में है, क्योंकि इसके पीछे चेस विद्वानों की मेहनत, दया और लगन है। यदि आप इन दोनों खिलाड़ियों से प्रेरणा लेना चाहते हैं, तो आपको एकदिवसीय स्वर्ण युग में उनके फाइनल मुकाबले को जरूर देखना चाहिए।