महिला आरक्षण बिल ने लोकसभा में पास होने के बाद यह अब राज्यसभा में चर्चा के लिए रखा जा रहा है। इस चर्चा की प्रक्रिया के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 14 महिला सांसदों की विशेष टीम को तैयार किया है। यह टीम राज्यसभा में सरकार और पार्टी के पक्ष रखेगी।
महिला आरक्षण बिल ने लोकसभा को पारित किया गया था, जिसमें इसे पक्ष में 454 वोट प्राप्त हुए थे। यह बिल महिलाओं के लिए विशेष आरक्षण की व्यवस्था प्रदान करेगा। विपक्षी सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने इस बिल के विरोध में वोट किया था।
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने पिछले हफ्ते इस बिल के पारित होने पर अपनी खुशी व्यक्त की थीं। उन्होंने इसे देश के महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया था। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सरकार और पार्टी इस बिल को लोकसभा से लेकर राज्यसभा तक सफलतापूर्वक पास करे।
महिला आरक्षण बिल के इस पास होने से एक नई उम्मीद की किरण प्रकट हुई है। यह बिल महिलाओं को सरकारी नौकरीयों और विभिन्न उच्चतर शिक्षा संस्थानों में आरक्षित सीटों के लिए अवसर प्रदान करेगा। इससे महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है।
‘ई-पोस्टमोर्टम’ पर इस बिल से जुड़ी खबरें अपडेट की जाएँगी, जिससे पाठकों को इस बिल के बारे में ताजगी हासिल होगी। इसके साथ ही आप इस वेबसाइट पर इस बिल के पास होने से होने वाले प्रभावों और इसे लागू करने की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।