– इजरायल-हमास जंग (Israel-Hamas War) के कारण शेयर बाजार में गिरावट के बाद गुरुवार को तेजी आयी। इजरायल और हमास के बीच जारी जंग ने विश्व शेयर बाजारों को भी प्रभावित किया है। शेयर बाजारों में इसके आदान-प्रदान के कारण शेयरों की कीमतों में तेजी और गिरावट आई है।
– अमेरिका से आई खबर के बाद शेयर बाजार में तूफानी तेजी आई। अमेरिका की अर्थव्यवस्था में एक बार फिर से सकारात्मक बदलाव देखने के बाद वहां के शेयर बाजारों में तेजी देखी गई है। यह खबर शेयर बाजार में उत्साह और जोश का कारण बनी है।
– बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) 500 अंकों से ज्यादा चढ़ गया। सेंसेक्स में तेजी देखने के बाद शेयर बाजार के मूल इंडेक्स सेंसेक्स में 500 अंकों से ज्यादा की उछाल आई है। यह उछाल शेयर बाजार में नई तेजी का दौर शुरू कर सकता है।
– नेशनल स्टॉक एकस्चेंज के निफ्टी (Nifty) भी रॉकेट की रफ्तार से भागा। निफ्टी में दिखाई देने वाली तेजी के कारण शेयर बाजारों में जबरदस्त जोश देखने को मिला है। निफ्टी के बढ़ते ग्राफ पर नजरें टिकी हैं और इसका शेयर बाजार पर बहुत अच्छा असर पड़ सकता है।
– यूएस फेडरल रिजर्व (US Fed) ने ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला किया है। यूएस फेड ने अपनी बैठक में ब्याज दरों को बदलने की बजाय स्थिर रखने का फैसला लिया है। इस फैसले से शेयर बाजार पर सकारात्मक असर हुआ है और निवेशकों को यह बहुत अच्छी खबर सुनने को मिली है।
– सेंसेक्स में 500 अंक से ज्यादा की उछाल आई। शेयर बाजार में उत्साह की लहर छाई हुई है और सेंसेक्स के मूल इंडेक्स में 500 अंकों से ज्यादा की उछाल आई है। इस उछाल के कारण शेयर बाजार में तेजी की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
– बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 2188 शेयरों में तेजी देखने को मिली, 666 शेयर गिरावट में। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में कुछ शेयरों की कीमतों में तेजी देखने को मिली है, जबकि कुछ शेयरों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। शेयर बाजार में इस तारीख की सेटिंग के बावजूद जबरदस्त बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
– गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी अंबुजा सीमेंट के शेयर उछले, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का स्टॉक भी तेजी में था। अंबुजा सीमेंट के शेयर की कीमतों में तेजी आई है और इस तेजी के कारण उद्यमी गौतम अडानी को बड़ा लाभ हुआ है। इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के स्टॉक में भी तेजी देखी गई है।
– अमेरिका से आई खबर के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में भी रौनक आई। अमेरिकी शेयर बाजार अपने हाई लेवल पर देखे गए हैं, जिसका कारण भारतीय शेयर बाजारों में भी उत्साह में उछाल आई है। इसका एक मुख्य कारण है अमेरिका की अर्थव्यवस्था में गिरावट कम होने की प्रतीति।
– यूएस फेड ने ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला लिया है। यूएस फेड ने बैठक में ब्याज दरों को बदलने की बजाय स्थिर रखने का फैसला लिया है। यह रिजर्व बैंक के नियंत्रण में होता है और यह फैसला निवेशकों और बाजार को बहुत अच्छा लग रहा है।
– फेड ने महंगाई कम होने की आस जताई है। फेड ने ब्याज दरों को स्थिर रखने के फैसले से बाजार में महंगाई कम होने की आस हुई है। यह आस काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिक महंगाई वाले समय में लोग बचत औऱ खर्च में कमी करते हैं, जो की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही अच्छा होता है।
– अमेरिकी अर्थव्यवस्था (US Economy) में लचीलापन दर्ज किया जा रहा है। अमेरिकी शेयर बाजारों में दिखाई देने वाली तेजी के साथ ही उनमें लचीलापन की भी दिखाई दे रही है। यह लचीलापन अर्थव्यवस्था की मजबूती का संकेत है और निवेशकों को भरोसा देता है कि बाजारों में तेजी जारी रहेगी।
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