शेयर बाजार में पिछले 18 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट आई। दिन भर में निवेशकों के करीब 4.4 लाख करोड़ रुपये डूब गए। सेंसेक्स ने 1628 अंकों का गोता लगाया, जबकि निफ्टी 2 फीसदी टूट गया। बैंकिंग शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट आई। खासकर HDFC बैंक ने अपने दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए, जो निराशाजनक साबित हुए।
सेंसेक्स का सपोर्ट जोन 21,700 से 21,800 के बीच दायरे में आ चुका है जहां पर बुलस की पकड़ हो रही है। परंतु अगर निफ्टी 45,700 के स्तर को तोड़ देता है, तो इसमें 1,000 अंक की और गिरावट आ सकती है। आज बैंक शेयरों में सबसे अधिक गिरावट आई, बैंक निफ्टी ने दिन भर 4.2 फीसदी गिरावट दर्ज की। इसके साथ ही HDFC बैंक के शेयर की गिरावट सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी को रुकावट पहुंचाने में सफल रही है। एचडीएफसी बैंक के दिसंबर तिमाही नतीजों ने निफ्टी के रुख को और मजबूत किया है।
हालांकि, अधिकांश एनालिस्ट्स की राय है कि इस गिरावट से बचकर रहना चाहिए। आईटी शेयरों में तेजी जारी है, लेकिन निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि इसमें इंतजार करना जरूरी है। स्वाभाविक रूप से आईटी कंपनियों में ग्रोथ अभी भी सपाट है और निवेशकों को इसमें आवश्यक धैर्य रखना होगा।
शेयर बाजार में उजागर हो रहे तस्वीर ने निवेशकों को यात्रा पर किया ध्यानाकर्षित। इस गिरावट ने सबको सचेत कर दिया है कि शेयर बाजार की ताकत कितनी अस्थायी हो सकती है। नींद में सोने वाले निवेशकों के लिए यह एक जटिल समय रहने जा रहा है, जहां पर धड़ाम स्तरों को ध्यान में रखकर संयुक्त फंड और स्टैग वाली वित्तीय योजनाओं से एकांकीकरण की संभावना है।
शेयर बाजार ने फिर से निवेशकों की ताकत और सठियानिकता दिखायी है। यह एक अवसर के रूप में दिख सकता है जहां पर सही वक्त पर समय में खरीदारी करने वाले निवेशकों को ही फायदा होगा। इसलिए, निवेशकों को आपसी ताकत बनाए रखने के लिए धड़ाम स्तरों और मार्केट के इंद्रधनुष स्तंभों पर नजर रखनी चाहिए। अगर किसी भी मौके पर मार्केट में संभावित तेजी आती है, तो उसे काबू में रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।
इंतजार की प्रक्रिया और सतर्कता के साथ इस महत्वपूर्ण प्रकरण को उत्साह और समझ के साथ चालाना जरूरी है। आगे चलकर शेयर बाजार में चुनौतियां बढ़ने का आकर्षण बढ़ेगा और इसलिए, निवेशकों को मुद्दों के साथ तैयार रहने की जरूरत है। बोर्डर परीक्षाएं जोरदार हो सकती हैं और यह सब वक्त और धैर्य की आवश्यकता रखेगा।