लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सर्वे में एनडीए से टक्कर देने के लिए विपक्ष ने तैयारियां शुरू की हैं। सर्वे के अनुसार महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के बीच एनडीए के कड़े मुकाबले की संभावना है। महाराष्ट्र में बीजेपी को 22 से 28 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि ऐमवीए को 18 से 22 सीटें मिल सकती हैं। पश्चिम बंगाल में टीएमसी को 20-22 सीटें और बीजेपी को 18-20 सीटें मिलने की संभावना है। इस सर्वे के लिए 1 लाख 35 हजार लोगों की राय ली गई थी।
[ई-पोस्टमार्टम] के लिए खबर: लोकसभा चुनाव 2024 के आने के साथ ही सियासी मैदान में विपक्षी दलों की गतिशीलता भी बढ़ चुकी है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को टक्कर देने के लिए विपक्ष ने अपनी तैयारियों की शुरुआत की है। एक हालिया सर्वे में महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल राज्यों की सीमा में एनडीए और विपक्षी दलों के बीच कड़ी मुकाबले की संभावना आई है।
महाराष्ट्र में बीजेपी को 22 से 28 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि एमवीए को 18 से 22 सीटें मिल सकती हैं। यह खबर उन तक पहुंची है जहां वोटर्स की राय ली गई है। मामला बहुत गरम है और आमजन को यह संकेत मिल रहा है कि आने वाले चुनाव में भीषण मुकाबला देखने को मिल सकता है।
वहीं, पश्चिम बंगाल राज्य में टीएमसी को 20-22 सीटें और बीजेपी को 18-20 सीटें मिलने की संभावना है। पश्चिम बंगाल आधारित प्रमुख निवासियों की राय भी यही दिखा रही है। देश की राजधानी दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक की सड़कें विपक्ष और एनडीए के समर्थकों से भरी हुई दिख चुकी हैं।
सर्वे के अनुसार, इस सर्वे के लिए लगभग 1 लाख 35 हजार लोगों को राय ली गई थी। ऐसे माना जा रहा है कि ये मतदाता विपक्ष की ओर से काफी उम्मीदवार व सामरिकों की तयारी को मजबूती देगा। इसके अलावा यह सर्वे चुनावी सफलता के आधार पर कार्यकर्ताओं का हौसला भी बढ़ा सकता है।
साथ ही, विपक्षी दलों के इस प्रयास से भारतीय जनता पार्टी की निगाहें भी आकर्षित हुई हैं। बीजेपी नेताओं के मुताबिक, इस सर्वे के परिणाम का प्रभाव भविष्य के चुनाव सभाओं पर होगा। विपक्षी दलों के प्रयास का एनडीए को भी समय पर ही कार्रवाई करने की जरूरत बन रही है।
लोकसभा चुनाव 2024 तक अभी काफी समय है, लेकिन दिल चाह रहा है कि सर्वे के नतीजों के चर्चे छटने से पहले ही सियासी तानाशाही शुरू होजाए। जितना चाहें तबाह आर्किटेक्ट्स या रणनीति ध्वज लहराए, सबकुछ करने का तरीका तय करने में ही सियासी दलों की मजबूती छिपी है। ऐसे में, विपक्षी दलों की सर्वे में शामिल होने की खबर से उम्मीद की जा सकती है।
इस सर्वे में मतदान करने वालों की राय की गणना के लिए लगभग 1 लाख 35 हजार लोगों से बात की गई थी। कहा जा रहा है कि राज्य विचार संस्थान की इस सर्वे की रिपोर्ट इस साल के अंत तक प्रकाशित होगी।
[ई-पोस्टमार्टम] वालों को अब इस सर्वे के परिणामों का इंतजार होगा। सभी नजरें अब यहां टिकी हुई हैं। जैसे ही रिपोर्ट प्रकाशित होगी, [ई-पोस्टमार्टम] आपत्तियों और खबरों के रोलर कोस्टर में हो जायेगी।