हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में हुई बारिश और तेज हवाओं के कारण अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 6 लोगों की पहचान अभी तक नहीं हुई है। यह सबसे अधिक मंडी ज़िले में प्रभावी रहा है। मंडी में एक कलेक्ट्रेट कर्मचारी, चार दलितों की मौत और एक बीजेपी कार्यकर्ता समेत 8 लोगों की मौत हो चुकी है। कुकलाह क्षेत्र में बकरियों और मवेशियों की मौत से भी कई लोगों की मौत हुई है।
इस कारण से प्रदेश के कुल्लू जिले में तीन वैकल्पिक मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। कुल्लू क्षेत्र में बारिश की वजह से सड़कें और पाठशाला बंद हो गई है और 3,000 से अधिक शिक्षा संस्थानों में छुट्टी घोषित की जा चुकी है।
शिमला में भी कई हिस्सों में बारिश के कारण हलचल मची हुई है। हालांकि, हिमाचल प्रदेश की राजधानी नगरी में इस दौरान कोई मौत नहीं हुई है, लेकिन एक दंपती की मौत हो गई है। निर्माणाधीन गेट गिरने के कारण एक बच्चे की भी मौत हुई है। शिमला के लोग इस बारिश और गर्जना के कारण डरे हुए हैं।
प्रदेश में कई जगहों पर प्राकृतिक आपदा के चलते होटल और होटलों में भी अच्छे नुकसान हुए हैं। सूचना के अनुसार, समय-समय पर आपदा के चलते होटल और Resort के मौसमी बंद हो गए हैं।
इसके अलावा प्रदेश के कई हिस्सों में भी काफी नुकसान हुआ है। प्रदेश में 17 मकान ढह गए हैं और 105 लोगों की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही, सड़कें, बसें और पेयजल योजनाओं के बाधित होने से लोग परेशान हैं। प्रदेश में कुल मिलाकर 709 सड़कें बंद हुईं हैं, जबकि 1,366 बसें और 636 पेयजल योजनाएं बाधित हो गई हैं।
यह सारे हादसे जितने भी आए, इनके सबके बावजूद प्रदेश सरकार ने तत्परता और कार्रवाई के साथ अपने नागरिकों के प्रतीक्षित मदद को तालियों के बीच भेजा है। जल्द ही प्रदेश में जितना हो सके ज्यादा संभवः सादरीकरण का कार्य होगा।
“Travel aficionado. Incurable bacon specialist. Tv evangelist. Wannabe internet enthusiast. Typical creator.”