इंफाल की न्यू लाम्बुलेन इलाके में घरों में आग लगने की घटना के बाद राहत शिविरों में रहने वाले लोग सरकार से मदद की मांग कर रहे हैं। दमकलकर्मी ने मौके पर पहुंचकर आग को नियंत्रित किया है। लोग इस इलाके में तैनात केंद्रीय बलों की मांग कर रहे हैं ताकि उन्हें सुरक्षा की व्यवस्था हो सके। वहीं, इंफाल पश्चिम जिले के सगोलबंद बिजॉय गोविंदा में सुरक्षाकर्मियों से हथियार छीने गए थे। हथियारों में 2 राइफलें और 1 कार्बाइन शामिल हैं। इसके बाद पुलिस ने हथियार बरामद करने के लिए अभियान शुरू किया है।
राहत शिविरों में रहने वाले लोग सरकार से समाधान की मांग कर रहे हैं क्योंकि उन्हें अपने घरों में लौटने का मौका चाहिए। इन अस्थायी आवासों में रहने वाले लोगों का भरोसा कम होने के कारण वे परेशान हैं। सीमा से सटे मोरेह शहर के रहने वाले लोग भी इंसाफ की मांग कर रहे हैं। उन्हें अपने छात्र न्याय की सुनवाई चाहिए, क्योंकि कुछ दिन पहले वहां दो युवकों की हत्या हुई थी।
अकरमपेट में स्थापित अस्थायी थोंडजू केंद्र राहत शिविर में भी लोग परेशान हैं क्योंकि वहां रहने के लिए उन्हें अभी तक नया आवास नहीं मिला है। चूराचंद्रपुर की गोथोइबी और उसके परिवार भी अपने घर में लौटने की मांग कर रहे हैं। इन सभी मामलों में लोग सरकार से समाधान की मांग कर रहे हैं और अपने हक की मांग कर रहे हैं।
‘ई-पोस्टमोर्टम’ पर काम करने वाले लेखक के अनुसार, इन घटनाओं की खबर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा सकता है और समस्या का समाधान ढूंढ़ा जा सकता है। इसके अलावा यह समाचार प्रस्तुत करने से समाज में जागरूकता फैलाई जा सकती है और सुरक्षा के मामले में सुधार करने की मांग की जा सकती है।
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