सीपीएल में रेड कार्ड का पहला इस्तेमाल हुआ, जानिए कैसे।
आपने सही पढ़ा है, नया रेड कार्ड नियम लागू हो गया है और सेंट किट्स एंड नेविस पैट्रियट्स बनाम ट्रिनबागो नाइट राइडर्स मुकाबले में यह नियम पहली बार प्रयोग में लाया गया है। यह नियम ‘स्लो ओवर रेट’ के चलते लागू हुआ है। अगर कोई टीम मैच के दौरान स्लो ओवर रेट से दोषी पाई जाती है, तो उसे एक रेड कार्ड दिखाया जाएगा।
रेड कार्ड मिलने के बाद कप्तान को एक फील्डर को मैदान से बाहर का रास्ता दिखाना होगा। इसका मकसद है मैच को तेजी से आगे बढ़ाना ताकि खिलाड़ी मैच में अवश्य रैंक प्राप्त कर सकें। लगभग 300-400 शब्दों की रेड कार्ड नीति के बारे में पढ़कर आपको बहुत सारी सामग्री मिलेगी।
अगर समय के खिलाफी हो रही हो तो इस नियम का इस्तेमाल किया जाएगा। यदि मैच में बल्लेबाजी धीमी हो रही हो तो अंपायर पहले चेतावनी देगा। इसके बाद, अगर खिलाड़ी समय बर्बाद करते पाए जाते हैं, तो उनकी टीम पर 5 रन की पेनेल्टी लगाई जाएगी। यह नियम मैच को तेजी से आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी बल्लेबाजी टीम पर भी रखेगा।
कैरेबियन प्रीमियर लीग में इस नियम को किए जाने वाले गलत ओवर रेट पर लागू किया गया है। टीम के ओवर रेट पर दोषी पाए जाने पर उन्हें रेड कार्ड दिखाया जा सकता है। यह नई नीति मैच के नियमों को सख्त करने का प्रयास है जो खिलाड़ियों को तेजी से खेलने के लिए प्रेरित करेगी। इससे तीनों टीमें निपटने और खिलाड़ियों को अधिक समय प्राप्त करने का एक बड़ा अवसर मिलेगा।
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