पानीपत जिले में डेंगू के तीन नए केस मिले हैं। जहां इन केसों का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। पानीपत जिले में पहले से ही कुल 32 डेंगू के केस सामने आ चुके हैं।
डेंगू रोग के संदर्भ में अशोक विहार कॉलोनी, थर्मल कॉलोनी और गांव खुखराना को अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों में अब तक सात डेंगू के केस सामने आ चुके हैं। इसके संदर्भ में फॉगिंग भी की जा रही है।
खाली प्लॉटों में जमा पानी डेंगू के लार्वा का मुख्य कारण है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने सिविल अस्पताल और सामुदायिक केंद्रों में डेंगू के अलग-अलग वार्ड बनाए हैं। सिविल अस्पताल में 13 बेड और सामुदायिक केंद्रों में 68 बेड लगाए गए हैं।
जिले में डेंगू के खिलाफ अभियान भी चल रहा है। जहां 30 ब्रिडिंग चेकर, 92 एमपीएचडब्ल्यू और 24 हेल्थ इंस्पेक्टर डेंगू से निपटने के लिए कार्य कर रहे हैं।
डेंगू संबंधी जांचों में अब तक करीब 4.46 लाख घरों की जांच की गई है। इन घरों में से 4591 घरों में डेंगू के लार्वा मिले हैं और इसके चलते 4079 लोगों को नोटिस जारी किया गया है।
डेंगू महामारी के खिलाफ सरकारी कार्यालयों में ड्राई डे मनाया जा रहा है और निजी अस्पतालों से डेंगू की रिपोर्टें मुख्यालय भेजी जा रही हैं। सिविल अस्पताल में अब तक 2160 सैंपल की जांच हुई है।
नगर निगम और जिला पंचायती राज विभाग को भी डेंगू से निपटने का काम दिया गया है। वे अपने-अपने क्षेत्र में फॉगिंग और दवा खरीदने की जिम्मेदारी को संभाल रहे हैं।
डेंगू के खिलाफ लोगों से भी जागरूकता बढ़ाने की अपील की गई है। उन्हें अपने आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए और बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह के बिना दवा नहीं लेनी चाहिए।