शरद पवार ने जी20 डिनर में राष्ट्रपति को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ नहीं, ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखे जाने पर लिया उच्चारण, शरद पवार का कहना है कि किसी को देश का नाम बदलने का अधिकार नहीं है। इस गतिविधि में शामिल होने वाले इंडिया गठबंधन के प्रमुख भी बातचीत में शामिल होंगे। इस गठबंधन में 28 पार्टियां शामिल हैं और इसमें से कुछ नेताओं ने भी शरद पवार के विचार का समर्थन किया है।
शरद पवार ने कहा कि कोई भी देश का नाम नहीं बदल सकता है और इसे संविधान ने काफी स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ नहीं बल्कि ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखे जाने का उच्चारण पसंद है।
मामले में चल रहा है बवाल। शरद पवार ने इस मुद्दे पर टिप्पणी दी और कहा कि इस संबंध में उन्होंने आगे बढ़कर अपना विचार रखा है। इसके अलावा, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार राज्यों के संघ पर हमला कर रही है।
जी20 डिनर के इनविटेशन में भी यही उल्लेख किया गया है कि शरद पवार राष्ट्रपति जी का पद किसी दूसरे नाम से नहीं बदलना चाहते हैं। इस विवाद को लेकर अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है और बवाल जारी है।
पढ़ें: कांग्रेस का आरोप- मोदी सरकार राज्यों के संघ पर हमला कर रही है
“Zombie enthusiast. Subtly charming travel practitioner. Webaholic. Internet expert.”