रोहतक में डेंगू से जुड़े खतरे का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में रोहतक में डेंगू के दो नए मामलों की सूचना सामने आई है। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या 204 तक पहुंच गई है। इस पर रोहतक स्वास्थ्य विभाग की टीम गर्दन जोड़कर कार्रवाई कर रही है।
डेंगू संक्रमितों की संख्या के बढ़ते आंकड़े का मानसिक दबाव जम रहा है। ऐसे में यह रोहतक स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि खतरे का सामना करने के लिए उचित कार्रवाई हो। स्वास्थ्य विभाग की टीमें पॉजीटिव के घरों पर पहुंचती हैं और परिजनों के सैंपल लेती हैं, ताकि किसी भी गंभीर स्थिति को पहचाना जा सके और उचित उपचार की व्यवस्था की जा सके। इसके साथ ही संक्रमितों में समर गोपालपुर और गढ़ी मोहल्ले के नाम भी शामिल हैं।
जरूरी है कि हर एक व्यक्ति अपने आसपास के वातावरण को साफ़ और सुष्ठ रखे। अगस्त माह में भी डेंगू के करीब 167 मामलों की सूचना सामने आयी थी। यह आंकड़ा गर्मी के माह में औचक बन जाता है जब मच्छरों को अपना योग्य आवास और पानी नहीं मिल पाता है। विशेषज्ञों ने भी यह बताया है कि यदि हम सावधानी से अपने आसपास की पर्यावरण और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हैं, तो हम डेंगू जैसी समस्याओं से बच सकते हैं।
इसलिए, रोहतक में बढ़ रही डेंगू संक्रमण की जांच और कार्रवाई को तेज़ करना शहर की महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। स्वास्थ्य विभाग भी रोज़गार वालों और औरंगजेबपुर में स्थित टोंक नगर क्लीनिक पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। आइए सब मिलकर डेंगू संक्रमण से लड़ते हैं और एक स्वस्थ वातावरण का निर्माण करें।
आपके इ-पोस्टमार्टम साइट के लिए खबर प्रकाशित करने के लिए यह सभी जानकारी उपयुक्त हो सकती है। डेंगू संक्रमण की तीव्रता को बढ़ाने के साथ ही इसमें रोकथाम की जरूरत को भी ध्यान में रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।