एशियाई खेलों के दौरान भारत ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम और शूटिंग टीम की सफलता के साथ गर्व किया है। भारत ने महिला क्रिकेट में सोने का पदक जीता है, जबकि शूटिंग में भी गोल्ड प्राप्त किया है। यह संख्या भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले अदालतों में भारत को अभियान में कठिनाइयों की जंग लड़नी पड़ी थी।
महिला क्रिकेट मार्गदर्शिका, स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स के ब्रिलियंट परफॉर्मेंस की गरिमा को बढ़ाया है। महिला क्रिकेट टीम ने सुपरओवर में श्रीलंका की टीम को 19 रन से हराया और विजेता बनने का गर्व महसूस किया है। इससे पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2010 और 2018 के एशियाई खेलों में भी गोल्ड मेडल जीता था।
शूटिंग के दौरान, भारतीय पुरुष राइफल टीम ने 10 मीटर पुरुष राइफल टीम टूटकर गोल्ड मेडल जीता है। इससे पहले, कनाडा में 10 मीटर पुरुष राइफल के प्रतियोगिताओं में इस टीम ने एक विश्व रिकॉर्ड भी बनाया था। इस सफलता के साथ भारत की इस टीम ने एशियाई खेलों में अपनी पहुंच को इतना मजबूत किया है कि यह अब तक के एशियाई खेलों में छठे स्थान पर है।
अन्य हिस्सेदार देश में चीन अब तक अग्रणी है, वहां इसे 39 गोल्ड, 21 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज़ पदक प्राप्त हुए हैं। भारत के द्वारा प्राप्त की जाने वाली ब्रॉन्ज़ पदक अप्रतिशोधित नहीं हैं। भारतीय शूटिंग टीम ने कई गोल्ड प्राप्त किए हैं, लेकिन स्विमिंग फ्रीस्टाइल रिले में भारतीय पुरुष टीम को कोई पदक नहीं मिला।
दिशानिर्देशिका रोशिबिना देवी ने भी इन खेलों के दौरान अपनी मुख्यता को सिद्ध किया है। महिला वुशु के 60 किलोग्राम वर्ग में रोशिबिना देवी ने भारत के लिए ब्रॉन्ज़ पदक जीता है। इससे पहले भारतीय स्विमिंग टीम ने पुरुषों की 4*200 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में कोई पदक नहीं अपनाया है।
इस तरह के सफलतापूर्वक योजनाएं मुक़म्मल होने के बाद, भारत अब तक एशियाई खेलों में 11 मेडल प्राप्त कर चुका है और अपने व्यापक योजनाएं बनाने के लिए अपार संकल्प और मेहनत के साथ अपनी पहुंच को आगे बढ़ाया है।