ब्रेस्ट, लंग, यूट्रस, सर्वाइकल आदि कैंसर के प्रकारों के बारे में जानकारी दी जा सकती है। इन प्रकारों में से हर एक का एक अलग कारण होता है, जिसके चलते सेल्स की गलत ग्रोथ होती है। कैंसर के शुरुआती स्टेज में कुछ कॉमन लक्षण होते हैं, जिसके माध्यम से इसकी पहचान हो सकती है। यदि इसे शुरुआती स्टेज में ही पहचान लिया जाए, तो इसके बढ़ने को रोका जा सकता है और उचित उपचार भी संभव हो सकता है।
कैंसर के लक्षणों की जानकारी सही होने पर बहुत थकावट होती है, जैसे की आराम करने के बावजूद भी थकान महसूस होना। जब कैंसर की गांठ त्वचा के अंदर महसूस होती है या त्वचा मोटी हो जाती है, तो इसे लक्षण माना जा सकता है। कैंसर के लक्षणों में अचानक वजन की बढ़ोतरी या कमी, त्वचा पर नए तिलों का आना, तिलों के रंग में परिवर्तन या उनमें से खून आना, मुंह में छाले, सांस लेने में तकलीफ, बोलने या निगलने की समस्या, रात में बुखार आना जैसे लक्षण शामिल हो सकते हैं।
कैंसर से बचाव के लिए यहां कुछ सावधानियों का भी उल्लेख करना जरूरी है। स्मोकिंग आदि का सेवन कम करें, रोज एक्सरसाइज करें, हेल्दी खाना खाएं और धूप से बचें। इसके साथ ही, कैंसर स्क्रीनिंग के लिए समय-समय पर जांच करवाएं ताकि कैंसर के संकेतों को पहले ही पता लगाकर इसे रोका जा सके।
ये सब जानकारी लेकर आप अपनी सुरक्षा कर सकते हैं तथा अपने आसपास लोगों की भी सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं।
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