नया इंटरनेट विक्षोप में यूएस धक्का
इंटरनेट विक्षोपी ने यूएस के विक्षोप के स्थापना का दावा किया है। यह विक्षोप, जो अमेरिकी गोपनीयता नीति को तोड़ता है, यूएस अधिकारियों को दुनिया भर से उपयोगकर्ताओं की निजता की जानकारी को प्राप्त करने का अधिकार देगा। इसके अलावा, यूएस ने यह घोषणा की है कि विदेशी विक्षोपी को नई विक्षोप के लिए बदल दिया जायेगा, जिससे एक सर्वर रखा जा सकता है।
हाल ही में दुनिया भर के उपयोगकर्ताओं को पुराने संस्करण की खबरी निजता नीति के आदान-प्रदान को खत्म कर दिया गया था। इसलिए यूएस के इस नए धक्के से विभेदों के कारणे हो सकता है। विभिन्न उपयोगकर्ताओं और गोपनीयता प्रशंसकों ने इसे विरोध किया है क्योंकि इससे सुरक्षा एजेंसियों को अधिक अधिकार मिलेगा, जो निजता नीति में संशोधन कर सकते हैं। वे दावा कर रहे हैं कि यह बाईडेन के चुनावी वादों के विपरीत है और इसमें संशोधनों के बिना श्रृंगार विधेयकों पर प्रभाव पड़ सकता है।
इससे न केवल यूएस में, बल्कि भारत में भी यह घोषणा कारगर हो सकती है। क्योंकि भारत में और दुनिया भर के अन्य देशों में भी यूएस के उपयोगकर्ताओं के लिए यह परिसंचरण का कौशल पूछेगी। गोपनीयता सम्बंधी नीतियों और संशोधनों के बारे में जो अपने आप देशों के बीच वाद विवाद का बाजार बनाने में सक्षम हो सकती है।
इन सभी चुनौतियों के बावजूद, यूएस धक्के द्वारा विभिन्न भूमिका धारकों को खुशी मिल सकती है। उपयोगकर्ताओं के समर्थनकर्ता यह कहते हैं कि यह एक मजबूत नीति है जो गुर्जर-सपा के सामरिक जाल में हाथ डालती है। इससे इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को अधिक सुरक्षा और सुरक्षा मिलेगी और उन्हें अधिक माफी का मौका मिलेगा।
यूएस के इंटरनेट विक्षोप स्थापना के साथ, एक नया युग शुरू हो चुका है जहां सुरक्षा और गोपनीयता की बात की जाती है। इसके चलते, हमें सबका ध्यान रखना चाहिए कि हमारी निजता हमारी टूकते आईपी नहीं होनी चाहिए और हमें अपने हक की रक्षा करनी चाहिए।
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