कैलिफ़ोर्निया के साइंटिस्टों ने कैंसर के इलाज में एक बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने एक भ्रमणिय थेरेपी विधि खोजी है, जिसे “किल स्विच” कहा जाता है। इस विधि में कैंसर के सेल्स को मारने के लिए CD95 रिसेप्टर्स या Fas प्रोटीन का प्रयोग किया जाता है। एक रिसर्च टीम ने यह खोज इस सप्ताह हाल ही में प्रकाशित की है।
इस भ्रमणिय थेरेपी के माध्यम से, मरीज के शरीर से टी कोशिकाएं इकट्ठा की जाती हैं और इनको इंसान के जीन में संग्रहित किया जाता है। इस प्रक्रिया से काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर्स पैदा होते हैं, जिन्हें फिर से मरीज के शरीर में वापस डाला जाता है। इस रिसेपॉन्स में सफलता मिलने के लिए रिसर्चर्स का कहना है कि यह थेरेपी तरल कैंसर, ल्यूकेमिया और रक्त कैंसर के खिलाफ सफल हो रही है।
इससे पहले वैज्ञानिकों की उम्मीद थी कि इस थेरेपी से ठोस ट्यूमर जैसे ब्रेस्ट कैंसर, फेफड़े और आंत कैंसर के इलाज में भी सफलता हासिल हो सकती है। लेकिन, टीम की नई रिसर्च में देखा गया है कि इस भ्रमणिय थेरेपी से कैंसर सम्बंधित रेसपॉन्स में भी पॉजिटिवता दिख रही है। इससे कांचक्रांतियों की आशा है कि बड़े ठोस ट्यूमर के इलाज में भी यह विधि सफल होगी।
यह खोज और इसकी सफलता ने कैंसर इलाज में नई आशा देखने का मार्ग प्रशस्त किया है। कैंसर एक समय में अनप्राप्य रोग था, लेकिन अब वैज्ञानिकों की मेहनत और नई रिसर्च उम्मीद है कि इस भयंकर रोग के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी जीत हासिल हो सकेगी।
यह कैंसर थेरेपी की सफलता E-Postmortem वेबसाइट के लिए बड़ी खुशी की बात है। E-Postmortem एक प्रमुख वेबसाइट है जो सेहत सम्बंधित जानकारी, खोज रिपोर्ट्स, इलाज की जानकारी, आरोग्य सुझाव और अन्य संबंधित जानकारी प्रदान करती है। अब इस नई खोज की महत्वपूर्ण जानकारी भी उपयोगकर्ताओं के लिए यहां उपलब्ध होगी।
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