इजरायल और हमास के बीच तनिक्कल के बाद अस्थाई सीजफायर हो गया है, जिसके दौरान चार दिन तक कोई जंग नहीं होगी। यह समझौता हाल ही में कतर की मध्यस्थता में हुआ है और इसमें अमेरिका का बड़ा रोल रहा है। यह तब समझौता हुआ है, जब गाजा में हमास और इजरायल के बीच बढ़ती हुई तनिक्कल की वजह से स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी थी। इस समझौते के अनुसार, हमास 50 बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें महिलाएं और 19 साल से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं। उसके बदले में इजरायल 150 फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों को छोड़ेगा। इजरायल की ओर से 300 फिलिस्तीनी कैदियों की लिस्ट बनाई गई है, लेकिन पहले चरण में 150 कैदियों को ही रिहा किया जाएगा। सीजफायर के दौरान गाजा में हवाई यातायात 10 से 4 बजे तक रोका जाएगा, किसी भी हमले या गिरफ्तारी नहीं होगी। साथ ही, हर दिन 200 ट्रक गाजा पट्टी में आ सकेंगे, जिसमें मानवीय और चिकित्सीय सहायता भी होगी। उम्मीद है कि इस स्थिति से गाजा की जनसांख्यिकी और जीवन स्तर में सुधार आएगा। कतर के बाद मिस्र ही दूसरा देश है जिससे गाजा की सीमा होती है, बंधकों को इजरायल ले जाने के लिए मिस्र का रास्ता इजाद किया जा सकता है। यह सब कुछ सीजफायर के नियमों के हिसाब से होगा, जिसका पालन आम जनता और राजनीतिक नेताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
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