टाटा पावर ने बीकानेर ट्रांसमिशन रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट की बोली जीती है। इस प्रोजेक्ट को यह ऑर्थ प्रदेश के संबंधित विभाग में सरकार ने प्रस्तावित किया था। इस प्रोजेक्ट को PFC Consulting द्वारा स्थापित स्पेशल प्युरपास स्पेशल व्यक्तिगतिकृत SPV के तहत बनाया गया है।
टाटा पावर ने अप्रैल 2022 तक पूरे परियोजना को संचालित करने का काम लेने के लिए 1544 करोड़ रुपये में यह प्रोजेक्ट अधिग्रहण की बोली जीती है। इस प्रोजेक्ट में लगभग 340 किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन कॉरिडोर की स्थापित की जाएगी।
इस प्रोजेक्ट से टाटा पावर ने यह लक्ष्य रखा है कि इसके द्वारा सात सात गीगावाट की रिन्यूएबल ऊर्जा का निर्माण किया जाए। यह प्रोजेक्ट बिजली मंत्रालय की रोडमैप के अनुसार कार्य करेगा। रोडमैप का लक्ष्य है कि 2030 तक राष्ट्रीय बिजली ग्रिड में 500 जीगावाट से अधिक रिन्यूएबल ऊर्जा को एकीकृत किया जाए।
टाटा पावर के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट के मेंटेनेंस काम को वह 35 साल तक करेगी। यह प्रोजेक्ट जब सफलतापूर्वक संचालित होगा, तो इससे प्रदेश में बिजली की आपूर्ति में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
एक प्रस्तुतिकरण में, टाटा पावर ने इस प्रोजेक्ट की बोली जीतकर बताया है कि यह इनके लिए एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।
इस प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली नई एनर्जी संरचना से साफ और उच्च क्वालिटी की ऊर्जा उत्पादन होगा। इससे सात गीगावाट की ऊर्जा का उत्पादन करने के साथ-साथ प्रदेश में मात्रा और गुणवत्ता में सुधार भी होगा।
इस तरह से, टाटा पावर ने बीकानेर ट्रांसमिशन रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट की बोली जीतकर एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। यह प्रोजेक्ट प्रदेश के आर्थिक और पर्यावरणीय विकास में सकारात्मक योगदान करेगा।
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