आरबीआई ने मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक के बाद अप्रेल २१, २०२२ को यहां घोषणा की है कि वे Repo Rate को ६.५ फीसदी पर स्थिर रखने जा रहे हैं। यह बैंकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) द्वारा नीतियां कायम रखी गई हैं।
इस घोषणा के बाद शेयर बाजार में पहली बार, तेजी की लहर देखी जा रही है। Nifty50 ने अच्छी तेजी के साथ २१,००० के आंकड़े पर पहुंच गया है। एक अन्य प्रमुख आंकड़ा, Sensex, ने भी बड़ी तेजी दिखाई है और चारों ओर खुदरा बाजार को धूम्रपान का मौका मिलता है। Sensex ने पहली बार ७०,००० के आंकड़े के पास आने की पहली कदम उठा ली है।
एमईडीएमसीची, मीडिया, मेटल, फाइनेशियल सर्विस, बैंक निफ्टी, आईटी, पीएसयू बैंक, और प्राइवेट बैंक में सुधार देखा गया है। ये सभी क्षेत्र चरम पर पहुंच रहे हैं इसलिए इसका नामोनिशान अभी भी बहुत ऊंचा है।
हालांकि, एफएमसीजी, ऑटो और हेल्थ सेक्टर में हल्की गिरावट देखी जा रही है। इन क्षेत्रों में थोड़ी संकटमयी परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।
अगर लोग सोच रहे हैं कि बैंक अब चपाती की सब्जी के बाजार में बदल चुके हैं और किसी भी बदलाव पर तैयारी कर रहे हैं, तो इसका यकीन करें। बैंक अभी तक लोन की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करेंगे। इसलिए, लोगों को अपनी ईएमआई की राशि वही देनी होगी जितनी की पहले देनी होती थी।
यहां तक कि इस ऐलान के बाद भी चर्चा है कि क्या आरबीआई अपनी मोनेटरी पॉलिसी ओपन-माइंडेड इसके बावजूद बहुत हद तक लक्ष्य तक पहुंच पाती है या नहीं। हम सभी को देखना है इस निर्णय का आगे क्या परिणाम होता है।
इस घोषणा ने बाजार में उथल-पुथल मचाई है और आम लोगों के बीच में भी खुशी के रंग फैले हैं। आरबीआई की यह घोषणा देशी और विदेशी बाजार में एक नयी संवेदना और उत्साह भरी हवा समयी है। आगे के समय में हम देखेंगे क्या नया सृजन होता है।
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