एक विश्वव्यापी पहल, जो अप्रैल 2020 में शुरू हुई थी, COVID-19 वैक्सीन के समान उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए अंत कर रही है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा समर्थित COVAX प्रयास का नवासी दिसंबर 31, 2023 को होगा। इसी प्रयास के तहत COVAX इम्यूनाइजेशन कार्यक्रम में वैक्सीन वितरण को बदलने की योजना बना रही है। संगठन Gavi वैक्सीन एलायंस के अनुसार, COVAX की संचालन करेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा COVAX को ACT Accelerator के तहत एक तीन स्तंभीय प्रयास माना जाता है। COVAX ने अब तक 146 देशों को 2 बिलियन से अधिक वैक्सीन की आपूर्ति की है और WHO के मुताबिक, COVAX ने 2.7 मिलियन मौतों को रोका है। यह पहल 2024 और 2025 में COVID-19 वैक्सीन और वितरण के लिए भी सहायता प्रदान करेगी। हालांकि, COVAX के पास अभी भी करोड़ों डॉलर जोखिम की चिंता अमित है। COVAX में $2.7 बिलियन ग्रांट धन अभी भी खर्च नहीं हुआ है। WHO के अनुसार, COVAX कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है और इसकी पहल जरूरी थी, लेकिन शायद पर्याप्त नहीं थी। अब तक विश्व भर में 13.53 बिलियन COVID-19 वैक्सीनों की खुराकें दी गई हैं, लेकिन निम्न आय वाले देशों में केवल 32.9 प्रतिशत लोगों को कम से कम एक COVID-19 वैक्सीन की खुराक मिली है। इस संदर्भ में बुरुंडी, यमन, हैती, पापुआ न्यू गिनी, मैडागास्कर और कांगो जैसे देश सबसे कम वैक्सीनेशन का फायदा उठा रहे हैं।