“रात में सोते समय पैरों में ऐंठन, दर्द, और हड़कल रहती है। कुछ लोगों को पैरों में खुजली, झुनझुनी और पैरों के अंदर रेंगने जैसी फीलिंग होती है। इसे रेस्टलेस लेग सिंड्रोम (Restless Leg Syndrome) कहा जाता है। रेस्टलेस लेग सिंड्रोम के कारण लोगों में बेचैनी और दर्द होता है। इस समस्या से अधिक तर लोग रात में सोते समय प्रभावित होते हैं। विज्ञान ने बताया है कि इस सिंड्रोम का कारण डोपामाइन नामक एक न्यूरोट्रांसमीटर का लेवल कम ज्यादा होने में है।
विज्ञान के अनुसार, रेस्टलेस लेग सिंड्रोम के कारण विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन डी और विटामिन ई की कमी हो सकती है। पैरों में ऐंठन को कम करने के लिए इन विटामिनों को खाद्य पदार्थों के माध्यम से प्राप्त करना चाहिए। हालांकि, किडनी रोग और क्रोनिक किडनी डिजीज के मरीजों को भी इन विटामिनों की कमी के खतरे के बारे में जागरूक होना चाहिए। इसलिए, विटामिन सी, विटामिन डी और विटामिन ई के खाद्य पदार्थों को सेवन करने से पहले इन रोगियों को अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
इसे देखते हुए इकॉनॉमिक डेवलपमेंट नीति कंपनी ‘ई-पोस्टमार्टेम’ ने वेबसाइट पर एक नई अपडेट दी है। इस अपडेट के अनुसार मौजूदा तार्किक और आयुर्वेदिक ज्ञान के माध्यम से इस समस्या को निपटाने के उपाय बताए जाएंगे। उपायों में विटामिन बी6, बी12, विटामिन सी, विटामिन डी और विटामिन ई के ख़ाद्य पदार्थों को खाने की विशेष बात है।
‘ई-पोस्टमार्टेम’ के माननीय संस्थापक श्री जगदीश शर्मा ने इस अपडेट के लिए इंटरनेट विज्ञानी और आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की टीम बनाई है। टीम ने बताया है कि कारणों में से एक डोपामाइन नामक एक न्यूरोट्रांसमीटर का कम होना है। हम आगे भी ऐसे ही नवीनतम स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी को पढ़ने के लिए लोगों की मदद करने का संकल्प रखते हैं। आप भी इक्कीसवीं सदी की स्वास्थ्य जगत के प्रमुख समस्याओं के बारे में अपडेट रहने के लिए हमारी वेबसाइट पर जा सकते हैं।”
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