हैती के राजधानी पोर्ट ओ प्रिंस में गैंग लीडर जिमी शॉलजे और जॉनसन आंद्रे की भूख की जिम्मेदारी में बढ़ोतरी की आड़ में है। इन गैंग लीडरों ने अमरीका के जेल से रिहा होकर हैती में सत्ता हासिल करने की योजना बनाई है। जिमी को ‘बारबीक्यू’ के नाम से मशहूरी हासिल है और उन्होंने अपने गिरोह के साथ मिलकर राजधानी में अपना दबदबा बनाने की कोशिश की है।
राजधानी में अपराधों की बढ़ती हालत ने प्रधानमंत्री को इस्तीफा देने पर मजबूर किया है। गाय फिलिप भी राष्ट्रपति बनने की इच्छा जताई है, लेकिन उनके गिरोह के अपराधों के चलते उनकी चुनौती कठिन है। इन गैंग लीडरों के बीच तनाव तेज हो रहा है और जनता को भुगतना पड़ रहा है। मानवीय संकट के बीच गिरोहों की चाह राजधानी की सत्ता नहीं, जनता की हितैषी सरकार होनी चाहिए।
गैंग लीडरों का दबदबा तोड़ना बहुत मुश्किल है लेकिन उनके खिलाफ भी कड़े कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है। इन गैंग लीडरों के खिलाफ जनता और सरकार को मिलकर कठोर कदम उठाने चाहिए ताकि राजधानी में शांति और सुरक्षा बनी रहे। इन अपराधियों के खिलाफ निरंतर जांच और कार्रवाई की जरूरत है ताकि इन्हें न्याय मिले और समाज में सुरक्षा बनी रहे।