डायबिटीज लोगों के लिए जानलेवा बन रही है, यह एक क्रॉनिक कंडीशन है जो नौजवानों को भी प्रभावित कर रही है। नौजवानों में टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों फैल रही है। इस बारे में अमेरिकी रिसर्चर्स ने 2002 से 2017 तक के आंकड़ों की जांच की है।
इस रिसर्च के मुताबिक, युवाओं में डायबिटीज की संख्या 239,000 होने की भविष्यवाणी की गई है। यह संख्या चिंता का विषय है और इसे कंट्रोल करने के लिए जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। डायबिटीज के लक्षण समय रहते पहचाने जाएं तो इसे रोका जा सकता है।
डायबिटीज का उपचार करने के लिए नियमित रूप से दवाओं का सेवन करना जरूरी है और साथ ही स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी महत्वपूर्ण है। डायबिटीज के नियंत्रण में कारगर रहती है सही आहार, नियमित व्यायाम और स्ट्रेस कम करना।
यह रोग अगर नजरअंदाज किया गया तो इससे कई जानलेवा समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए समय रहते डायबिटीज के लक्षणों का पहचान करना जरूरी है और उपचार करवाना भी।
इस अनुसंधान के परिणाम को देखते हुए सरकारों और स्वास्थ्य विभाग को अपनी नीतियों में भी इसे महत्व देना चाहिए ताकि डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिल सके।
अगर हम सभी सावधानी बरतें और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करें तो हम सभी इस दुर्घटना से बच सकते हैं।
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