राजस्थान में मम्प्स वायरस से बीमारियों का विस्तार हो रहा है। इस खतरनाक वायरस ने 6 लोगों की सुनने की क्षमता चली गई है। इस वायरस का नाम मम्प्स है और इससे गलसुआ या ग्रंथियों की सूजन होती है।
मम्प्स वायरस बच्चों को होती थी ये बीमारी, लेकिन अब इसके लक्षण बड़ों में भी दिखाई दे रहे हैं। ये वायरस संक्रामक ड्रॉपलेट्स के वजह से फैलता है और इसके लक्षण बिल्कुल फ्लू जैसे होते हैं।
मम्प्स वायरस के लक्षण में गालों या जबड़े और गले में सूजन, हल्का बुखार, कमजोरी, थकान, मुंह सूखना, सिरदर्द और जोड़ों में दर्द शामिल हैं।
मम्प्स वायरस से बचने के लिए लोगों को MMR वैक्सीन लगवानी चाहिए और आइसोलेशन बनाए रखना चाहिए। सही आराम करना, सॉफ्ट चीजें और लिक्विड लेना, चबाने वाली चीजें न खाना और आइस पैक का उपयोग करना भी मम्प्स वायरस से बचने में मददगार हो सकता है।
अगर किसी को मम्प्स वायरस के लक्षण दिखे तो वह तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और इलाज करवाएं। आयुर्वेदिक डॉक्टर्स ने इस वायरस के खिलाफ विशेष गाइडलाइन्स जारी की हैं।
इस तरह से, मम्प्स वायरस को लेकर जागरूकता फैलाने की जरूरत है और लोगों को इससे बचने के उपायों का पालन करना चाहिए।