भारत के तीसरे सबसे बड़े टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया में एंकर निवेशकों ने किया 5,400 करोड़ रुपये का निवेश का खुलासा हुआ है। इस एफपीओ में सरकार ने भी धन जुटाने के प्रयासों का समर्थन किया है। इसमें घरेलू म्यूचुअल फंड और राजीव जैन के GQG पार्टनर्स ने भी निवेश किया है।
वोडाफोन आइडिया में भारत सरकार की 32% हिस्सेदारी है और इसमें अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों ने भी भागीदारी ली है। वोडाफोन आइडिया के शेयर मंगलवार को बीएसई पर 1.82% गिर कर 12.92 रुपये पर बंद हुए।
इस निवेश के बारे में एक अधिकारिक बयान जारी करते हुए, एक सूत्र ने बताया कि यह निवेश लंबे समय के लिए निवेश की रणनीति में यात्रा के उद्देश्य से किया गया है। सूत्र ने इसे एक लंबी दृष्टिकोण वाला निवेश बताया और साथ ही इसे एक बड़ा स्ट्रैटेजिक स्थान माना।
इस एंकर निवेश के माध्यम से वोडाफोन आइडिया को अधिक वित्तीय स्थिरता प्राप्त की उम्मीद है। यह निवेश कंपनी के उत्कृष्ट क्षद्रण और अच्छे नेटवर्क की दृढ़ता को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
इस निवेश ने टेलीकॉम सेक्टर में नए स्तर की उम्मीदें बनाए रखी है और एक सकारात्मक संदेश भी दिया है कि भारतीय बाजार में विश्वसनीयता और विश्वसनीय निवेशक की स्वागत है।
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