प्रियंवदा नटराजन को टाइम मैगज़ीन की 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की 2024 लिस्ट में चुना गया है। उन्हें एस्ट्रोनॉमर शेप डोलेमैन के मुताबिक सबसे रचनात्मक रिसर्च करने की आदत है और वे डार्क मैटर और कॉस्मोलॉजी में काम कर रही हैं। उन्हें 2008 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से सम्मानित किया गया था।
नटराजन की रिसर्च बहुत व्यापक है और उसमें कलस्टर्स, गैलेक्सियों, ग्रेविटेशनल लेंसिंग स्टडी, ब्लैक होल के फॉर्मेशन और डार्क मैटर के स्पेशल डिस्ट्रीब्यूशन शामिल हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से की और वहां जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए चुनी गईं।
उन्हें अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज, गुगेनहाइम और रैडक्लिफ फेलोशिप की भी प्राप्तकर्ता है। वे येल में फ्रांके प्रोग्राम की डायरेक्टर भी हैं, जो साइंटिफिक और ह्यूमेनिस्टिक विषयों के बीच कम्युनिकेशन और टीचिंग पर ध्यान देता है।
इस सम्मान के साथ, प्रियंवदा नटराजन ने भारत का नाम गर्व से ऊँचा किया है और उन्हें एक उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है। उनकी योगदान को मान्यता मिली है और वह दुनिया भर में लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुकी हैं।
यह मामला भारतीय मीडिया और लोगों में भारी चर्चा का विषय बन गया है और सभी उन्हें उनकी सफलता पर बधाई दे रहे हैं। यह वास्तविक उदाहरण है कि जहाँ मेहनत और लगन से कोई भी मुश्किल को आसानी से पार कर सकता है।
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