गाजीपुर लैंडफिल साइट में भयंकर आग लगी, दिल्ली फायर ब्रिगेड ने काबू पाने के लिए कई दमकल गाड़ियों को काम पर लगाया। गाजीपुर लैंडफिल साइट की ऊचाई 65 मीटर थी, जो कुतुब मीनार से केवल आठ मीटर कम थी।
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने गाजीपुर लैंडफिल साइट को नहीं खाली कराया, जिसके चलते यहां कचरा डाला गया और उन्हें घेरा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2022 चुनाव में वादा किया था कि यह साइट 2023 तक खाली कर दी जाएगी।
बीजेपी ने AAP सरकार पर आरोप लगाया कि यहां कचरा डाला गया है और उन्हें घेरा है। इस घटना के बाद सरकारी उपाधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और आग को रोकने के लिए कठोर प्रयास किए।
गाजीपुर लैंडफिल साइट पर आग लगने के इस घटना ने सरकारी प्राधिकरणों को काम पर गंभीरता से ले लिया है। इस घटना के पीछे समय, धन एवं प्रबंधन की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए सरकारी प्रधानमंत्री ने सुनिश्चित किया है कि इस प्रकार की घटनाएं तले रखी गई हैं।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में चिंता और उदासी की भावना भी भड़का दी है। गाजीपुर लैंडफिल साइट में आई इस आग से उनका आशंकाओं का सामना करना पड़ा है।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री व उनके मंत्री उद्धरण पर तीखी आलोचना भी हुई है और उनके खिलाफ विरोधी दलों ने इस के aदनुसार कड़ा तरीके से कदम उठाया है।
भयानक आग लगने के बाद देखने वालों के मन में उम्मीद की किरण दिख रही है कि सभी प्रयासों के बावजूद इसे जलाया गया कचरा शीघ्र इस साइट से हटा दिया जाएगा।
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