दक्षिण अफ्रीकी संबंध और सहयोग मंत्री अनकुले पाण्डोर ने ब्रिक्स सम्मेलन में भाग न लेने की खबरों को खारिज किया है। वे इसे एक नृत्यकर तथ्य बताते हुए कहते हैं कि दक्षिण अफ्रीका की सरकार इस खबर के बारे में हैरान है। ब्रिक्स सभी देशों के समूह को प्रतिष्ठितता की संकेत करता है, और दक्षिण अफ्रीका के लिए भी यह गर्व की बात होती है। अब ऐसी खबरें छड़ी हैं जो इसकी छवि को क्षति पहुंचा सक्ती है। पाण्डोर ने कहा है कि इसे उचित ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों में कोई ग़लत जानकारी फैल न सके।
इस के बाद संबंध और सहयोग मंत्री ने कहा है कि ब्रिक्स सदस्य देशों को पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट मानने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर इसे नज़रअंदाज़ किया जाए, तो क्षेत्रीय सुरक्षा संबंधों पर असर पड़ सकता है। पुतिन एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होंगे। इसकी जानकारी पाण्डोर ने दी है।
साथ ही इस समय दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच एक अहम फोन कॉल हुई है। विशेषज्ञों के मुताबिक़, इस कॉल को ब्रिक्स सम्मेलन की तैयारीयों और संदर्भ में किया गया है। यह बात विश्वास हो रही है कि वे इस मोके पर उपस्थित होंगे। अब जब दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बीच संपर्क हुआ है, तो इसकी वजह सिर्फ यही हो सकती है कि वह इस सम्मेलन को सफलतापूर्वक बिताना चाहते हैं।
पुतिन के ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी ने भी तय किया है कि वे इसे सकारात्मक उत्साह के साथ ग्रहण करेंगे। उन्होंने जाहिर किया है कि यह सम्मेलन दक्षिण अफ्रीका और ब्रिक्स के साथी देशों के बीच सहयोग और समझदारी को मजबूती देगा।
-भारती शर्मा, इ-पोस्टमार्टम
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