दिनांक [दिनांक], युनिसेफ ने भारतीय क्रिकेट गेंदबाज सचिन तेंदुलकर को अपने अच्छी इच्छानुसार चुन लिया है। इसके साथ ही, यह भारत के प्रशंसित क्रिकेटर के लिए एक सम्मानजनक पहल भी है। उन्हें यूनिसेफ की ओर से ‘गुडविल एम्बेसेडर’ नामित किया गया है। यह पहल सचिन तेंदुलकर की क्रिकेट जगत में छोटी बड़ी सेवा के बादी बदहाली संगठन के लिए एक और महत्वपूर्ण मोड़ है। इससे पहले की कार्यता उन्हें आरंभित कराने के लिए की गई है।
युनिसेफ के प्रतिनिधि के तौर पर चुने जाने पर, सचिन तेंदुलकर ने एक बड़े उस्तुक पर युनिसेफ के प्रति आत्मसमर्पण का अभिभाषण दिया है। उन्होंने युनिसेफ को एक प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में अपने समर्पण और योगदान की गरिमा दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें आशा है कि युनिसेफ उनके माध्यम से अपने कार्यों को और उनकी प्रशंसा को बढ़ाने की संभावना है।
सचिन तेंदुलकर के माध्यम से युनिसेफ की उम्मीद है कि वह अपने भविष्य की सामाजिक और पर्यावरणीय पहल को बढ़ाने में मदद करेंगे। उनकी मान्यता है कि सचिन एक प्रेरणास्रोत हैं और उनका समर्थन युवाओं को भारतीय क्रिकेट से बाहर जाकर अधिक बढ़े और समाजीकरण के लिए अपना योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा।
यह सचिन तेंदुलकर के जीवन के एक और महत्वपूर्ण मोड़ है जहां उन्होंने सेवा और कार्य एक महत्वपूर्ण संगठन के प्रति दिखाया है। यह समर्थन सचिन तेंदुलकर के द्वारा उनके प्रशंसकों के बीच उनके प्रति उनकी विश्वासनीयता बढ़ाने का एक और माध्यम भी है। सचिन तेंदुलकर पहली बार अपनी संगठन सेवित भूमिका में ज्यादा मान्यता और सम्मान प्राप्त कर रहे हैं।
सचिन तेंदुलकर द्वारा युनिसेफ के साथ जुड़ने से यह स्पष्ट है कि उन्हें स्वयं की अहमियत को समझा जाता है और वह सभी के बीच एक महान उदाहरण हैं। यह मान्यता है कि उनके माध्यम से संगठन द्वारा की जा रही कार्यों को अच्छी तरह से प्रसारित किया जा सकेगा और यह भरोसा है कि सचिन तेंदुलकर अपनी अगली प्रभावी पहल में सक्षम होंगे।
युनिसेफ के इस हमले के माध्यम से सचिन तेंदुलकर को एक महत्वपूर्ण नौकरी मिली है और यह हमला उनके भारतीय क्रिकेट करियर की विवादित उत्कृष्टता का एक और सबूत है। यह समर्थन भारतीय क्रिकेट को एक बड़ी पहचान के रूप में माना जा सकता है और उन्हें सबसे पहले ऐसे खिलाड़ियों में शामिल किया गया है जिन्होंने अपनी कार्रवाई और उपलब्धियों के संबंध में अपनी जिम्मेदारी संपन्न की है।