दुबई के राष्ट्रीय खेलकुद अखबार के पेशकश के तहत, आईपीएल 2024 के लिए खिलाड़ियों की नीलामी हो चुकी है। इस नीलामी में, ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क ने मिलकर 45.25 करोड़ रुपये कमाए हैं। यह खबर खेल जगत के बाहरी बांधकर देखी जा रही है।
इस नीलामी पर पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने अपनी आपत्ति जताई है। आकाश ने कहा कि इस नीलामी में अधिकांश भारतीय खिलाड़ियों को काफी कम पैसे मिले हैं जबकि एक ऑवरसीज पर्स में भारतीय खिलाड़ियों को ज्यादा पैसे दिए जाने चाहिए।उन्होंने कहा कि खेलकुद से जुड़े भारतीय खिलाड़ियों को सम्मानित करने और मान्यता देने की जगह, वे केवल नगदी मामलों में ही देखे जाते हैं।
पैट कमिंस, जिन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा है, को मिले 20.50 करोड़ रुपये की बढ़त। वहीं, मिचेल स्टार्क को व्यापक खिलाड़ी खरीददार टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने 24.75 करोड़ रुपये में खरीदा है। दोनों ही खिलाड़ी भारतीय खिलाड़ियों की नीलामी में अधिक से अधिक रुपये मनाने के लिए लड़ चुके हैं।
वरिष्ठ पत्रकार आकाश चोपड़ा के मुताबिक, “देश में कई युवा खिलाड़ियों को देशभक्ति के लिए प्रेरित करेंगे ऐसे खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना चाहिए जिन्होंने विदेशी चुनौतियों को मैत्रीपूर्ण ढंग से स्वीकारा है, इससे हमारे देश का प्रतिष्ठान बढ़ेगा।”
पूर्व खिलाड़ी ने इसके आलावा भी यह सुझाव दिया है कि न्यूजीलैंड खिलाड़ियों जैसे अदर्शों की मान्यता को सामान्यत: इंटरनेशनल क्रिकेट खिलाड़ियों के पैमाने पर लागू किया जाना चाहिए। इससे न केवल भारतीय खिलाड़ियों का सम्मान बढ़ेगा बल्कि भारत भी अधिक से अधिक पैमानों पर मौजूदा होगा।
क्रिकेट अजस्ता की मान्यताएं उठने लगी हैं। इसका कारण है भारतीय लीग में खिलाड़ियों की नीलामी प्रक्रिया में हमेशा से हार चाक्र नगण्य परिवर्तन और पटेल निवास की विस्तारपूर्वक निजीकरण इत्यादि जैसे मुद्दों पर भारी तररी बढ़ाने की योजनाएं।
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